नई दिल्ली- दिल्ली नगर निगम के शाहदरा दक्षिणी क्षेत्र द्वारा उद्योग सदन स्थित मुख्यालय में अंतर-विभागीय समन्वय समिति की बैठक का आयोजन किया गया। इस बैठक का उद्देश्य मच्छर जनित बीमारियों के रोकथाम एवं उपचार हेतु विभिन्न विभागों की भागीदारी को सुनिश्चित करना था। शाहदरा दक्षिणी क्षेत्र की उपायुक्त वंदना राव ने इस बैठक की अध्यक्षता की। इस बैठक में परिवहन विभाग दिल्ली पुलिस,यमुना स्पोट्र्स कॉम्प्लेक्स सिचाई नियंत्रण,डीटीसी,बीएसईएस आदि विभागों के अधिकारियों ने भाग लिया। बैठक की अध्यक्षता क्षेत्रीय उपायुक्त वन्दना राव ने की। उपायुक्त ने जनस्वास्थ्य विभाग को निर्देश दिए कि किसी भी सरकारी एवं गैर सरकारी संस्थान में मच्छर जनित परिस्थितियां पाए जाने पर समय रहते नियंत्रित किया जाए और सभी विभागों से मच्छर के लार्वा को प्रथम चरण में ही नियंत्रित करने को कहा। उन्होंने कहा कि निगम द्वारा डीबीसी एवं फील्ड वर्करों द्वारा इन ब्रिडिग़ साइट की निरंतर जांच तो की ही जा रही हैं लेकिन इस बात की आवश्यकता है कि प्रत्येक विभाग,भवन,वर्कशॉप अपना नोडल अधिकारी तय करे जो संबधित क्षेत्र में मच्छरों की रोकथाम संबंधी कार्रवाई के लिए उत्तरदायी हो। उन्होंने अंतर-विभागीय समन्वय समिति की बैठक की उपयोगिता के संबंध में कहा कि पूर्वी दिल्ली की जनता के लिए स्वास्थ्य जनक परिस्थितियों का निर्माण करना केवल नगर निगम का ही नहीं बल्कि अन्य विभागों का दायित्व भी है। अंतरविभागीय सहयोग के द्वारा इस कार्य को बेहतर तरीके से किया जा सकता है। इस बैठक मे उप-स्वास्थ्य अधिकारी,शाहदरा दक्षिणी क्षेत्र,डॉ. संतोष कुमार तोमर ने भी मच्छरजनित बीमारियो की रोकथाम के लिए किए जा रहे कार्यों पर अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत की तथा मच्छरों की उत्पत्ति को नियंत्रित करने के उपायों के बारे में विस्तार से बताया। इसके अलावा कीट विज्ञानी डॉ. पारुल जैन ने मच्छरों की उत्पत्ति और उनके जीवन चक्र के संबंध में जानकारी दी।