नई दिल्ली-सरकार ने इस बात से इनकार किया कि उसने केवल दो महीने में ही भारतीय जीवन बीमा निगम एलआईसी के मूल्यांकन को कम कर दिया है। वित्त राज्य मंत्री भागवत कराड ने एक सवाल के लिखित जवाब में राज्यसभा को यह जानकारी दी। उच्च सदन में नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खडग़े ने सवाल किया था,क्या यह सच है कि सरकार ने केवल दो महीने में ही एलआईसी के मूल्यांकन को 14 लाख करोड़ रुपए से घटाकर 6 लाख करोड़ रुपए कर दिया है। कराड ने इसके जवाब में कहा,जी नहीं। उन्होंने कहा कि किसी सूचीबद्ध कंपनी का बाजारी पूंजीकरण, बाजार में खरीद-फरोख्त किए गए शेयरों की कम मात्रा के आधार पर लगातार परिवर्तित होता रहता है। उन्होंने कहा कि ऐसे कई कारक होते हैं जो खरीद-फरोख्त मूल्य को प्रभावित करते हैं जैसे भू-राजनीतिक कारक, वैश्विक और राष्ट्रीय वृहत आर्थिक माहौल तथा किसी कंपनी की संभावनाओं के संबंध में बाजार के सहभागियों की अवधारणाएं। कराड ने कहा कि एक नई सूचीबद्ध कंपनी के लिए किसी स्टॉक विशेष के बाजार में निष्पादन का विश्लेषण, मध्यम से दीर्घकालिक आधार पर किए जाने की आवश्यकता होती है।
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