भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता देवेंद्र फडणवीस पर परोक्ष रूप से हमला करते हुए शिवसेना सांसद संजय राउत ने शनिवार को कहा कि राजनीतिक विरोधियों के फोन अवैध रूप से टैप करने के महाराष्ट्र पैटर्न को अब पड़ोसी राज्य गोवा में दोहराया जा रहा है जहाँ अगले सप्ताह विधानसभा चुनाव के नतीजों की घोषणा की जानी है। राउत ने यहां संवाददाताओं से कहा कि ऐसा ही पैटर्न उत्तर प्रदेश में भी काम कर रहा होगा जहां 10 मार्च को मतगणना होनी है।
उन्होंने कहा कि फोन टैप करने का डर गोवा के एक वरिष्ठ कांग्रेस नेता द्वारा व्यक्त किया गया था जिससे वह हाल में मिले थे। राउत ने कहा कि, मैं गोवा कांग्रेस के नेता और पूर्व मुख्यमंत्री दिगंबर कामत से मिला था जिन्होंने इसकी आशंका जताई थी कि उनका फोन टैप किया जा रहा था। मैं कहता हूं कि केवल उनका (कामत) ही नहीं बल्कि एमजीपी नेता सुदिन धवलीकर और गोवा फॉरवर्ड पार्टी (एफजीपी) के विजय सरदेसाई के फोन भी टैप किए जा रहे हैं।
महाराष्ट्रवादी गोमंतक पार्टी (एमजीपी) ने तृणमूल कांग्रेस के साथ मिलकर चुनाव लड़ा है। जीएफपी ने कांग्रेस के साथ गठजोड़ किया है। महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस का नाम लिए बिना राउत ने आरोप लगाया, महाराष्ट्र में राजनीतिक विरोधियों के फोन टैप करने की शुरुआत दो साल पहले 2019 विधानसभा चुनाव के बाद हुई थी। इसमें (फोन टैपिंग) शामिल एक महिला अधिकारी के विरुद्ध दो प्राथमिकी दर्ज की गई थी। इस महाराष्ट्र पैटर्न का मुखिया गोवा चुनाव का प्रभारी भी था। राउत ने दावा किया कि अगर गोवा में किसी को बहुमत नहीं मिलता है तो केंद्रीय जांच एजेंसियों का ध्यान गोवा पर केंद्रित होगा। उन्होंने कहा, हम सब ध्यान रख रहे हैं। मैंने दिगंबर कामत से बात की और उनके साथ एकजुटता प्रदर्शित की।