नई दिल्ली – भारत के सबसे बड़े क्रिप्टो एक्सचेंज, कॉइनडीसीएक्‍स, ने आज अपनी छमाही रिपोर्ट जारी की, जो क्रिप्टो बाजार के लिए एक अहम समय पर आई है। अमेरिका में राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के दोबारा चुने जाने से क्रिप्टो के पक्ष में कई नीतियां सामने आई हैं, जैसे स्ट्रैटेजिक बिटकॉइन रिजर्व और जीनियस एक्ट, जो स्टेबलकॉइन के लिए एक बड़ा नियामक कानून है। इसके अलावा, विश्व स्तर पर संस्थानों का भरोसा बढ़ रहा है। यूरोपीय संघ ने अपने MiCA नियम लागू करने शुरू कर दिए हैं, और हांगकांग ने एशिया में सबसे आधुनिक स्टेबलकॉइन लाइसेंसिंग सिस्टम शुरू किया है। ये बदलाव क्रिप्टो बाजार को और भरोसेमंद और भविष्य के लिए आशाजनक बना रहे हैं।कॉइनडीसीएक्‍स के सह-संस्थापक सुमित गुप्ता ने कहा,क्रिप्टो आज भी सबसे जीवंत और आकर्षक निवेश विकल्पों में से एक है। 2025 की पहली छमाही में कॉइनडीसीएक्‍स पर ट्रेडिंग में काफी तेजी देखी गई, और दूसरी छमाही में यह रफ्तार और बढ़ गई है। जुलाई के पहले दो हफ्तों में ही हमारे प्लेटफॉर्म पर 192 मिलियन डॉलर से ज्यादा का ट्रेडिंग वॉल्यूम दर्ज हुआ, जो जून से 40% अधिक है। निवेशकों का रुझान बढ़ने से बिटकॉइन की ट्रेडिंग में 80% का उछाल आया, और बिटकॉइन की कीमत 116,000 डॉलर के पार चली गई।इससे भी अच्छी बात यह है कि हमारे निवेशकों का आधार बदल रहा है। हमारे यूजर्स की औसत उम्र अब 30 साल है, और 25-35 साल के लोग ज्यादा निवेश कर रहे हैं, जो उनके गहरे विश्वास और समझदारी को दिखाता है। छोटे शहरों, जैसे टीयर-2 और टीयर-3 शहरों में भी क्रिप्टो को अपनाने की रुचि बढ़ रही है। साथ ही, महिलाओं की भागीदारी अब 13-14% हो गई है, जो हर साल बढ़ रही है। ये बदलाव बताते हैं कि क्रिप्टो अब ज्यादा लोगों तक पहुंच रहा है, मुख्यधारा में शामिल हो रहा है और लंबे समय तक निवेश में बने रहने के लिए पसंद किया जा रहा है।

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