नई दिल्ली – प्रख्यात संस्थान निर्माता और सामाजिक सुधारक डॉ. गोपालन अनीश आचार्य को बिज़नेस मैनेजमेंट एवं ऑर्गेनाइजेशनल लीडरशिप में मानद डॉक्टरेट की उपाधि से सम्मानित किया गया है। यह सम्मान उन्हें सिस्टम-आधारित राष्ट्र निर्माण में उनके दीर्घकालिक योगदान के लिए मानद डॉक्टरेट अवॉर्ड काउंसिल द्वारा भारत सरकार के कौशल विकास एवं उद्यमिता मंत्रालय के सहयोग से प्रदान किया गया। साथ ही, डॉ. आचार्य को वर्ल्ड ह्यूमन राइट्स प्रोटेक्शन कमिशन में शामिल किया गया है, यह एक अंतरराष्ट्रीय संगठन है जिसे संयुक्त राष्ट्र और संयुक्त राज्य अमेरिका की सरकार का समर्थन प्राप्त है। यह वैश्विक मान्यता उनके नैतिक नेतृत्व और वैश्विक सामाजिक विकास के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाती है।डॉ. आचार्य की पहलों में समावेशी शहर नियोजन, सुलभ स्वास्थ्य सेवाएं और सीमाओं के पार शिक्षा तक पहुंच शामिल हैं। उनका कार्य हमेशा लाभ के बजाय जनकल्याण को प्राथमिकता देता है, और उनका दृष्टिकोण ऐसे सिस्टम तैयार करने का है जो आने वाली पीढ़ियों तक समाज की सेवा करें।इस सम्मान को उन्होंने “इनाम नहीं, एक ज़िम्मेदारी” बताते हुए सतत बुनियादी ढांचे, एआई-आधारित निदान प्रणाली, और भारत-नेतृत्व वाले वैश्विक शिक्षा मॉडल्स में नवाचार की आवश्यकता पर बल दिया।उनका जीवन इस बात का प्रतीक है कि सच्चा नेतृत्व चमक-दमक में नहीं, बल्कि ऐसे ढांचे बनाने में होता है जो पूरे समाज को सशक्त बनाएं।