नई दिल्ली – मौजूदा समय में मौसम तेजी से बदल रहा है और इस समय लोगों को सर्तक रहने की जरूरत है, खासकर बच्चों को। वैसे भी कोविड के बाद बच्चों और युवाओं में कई तरह की समस्याएं देखी गई है। ऐसे में लोगों को जागरूक किये जाने की जरूरत है। यह बात जीटीबी अस्पताल के प्लास्टिक सर्जन डाक्टर धनंजय कुमार ने ‘माया नारायण मेमोरियल ट्रस्ट’’, ‘‘नारायण हास्पिटल एंड ट्रामा सेंटर’’ और ‘‘एकदाना फाउंडेशन’’ की ओर से एसबीवीएम इंटरनेशनल स्कूल टीला शाहबाजपुर (गाजियावाद) में आयोजित मेगा हेल्थ कै म्प में कही। इस कैम्प में बड़ी संख्या में बच्चे, बुजुर्ग, युवा और महिलाओं ने नेत्र जांच, खून की जांच समेत विभिन्न बीमारियों की जांच की गई। इस मौके पर स्कूल के फाउंडर मास्टर भंवर सिंह, एमसीडी के एक्ज्क्यूटिब इंजीनियर अनिल कुमार, वरिष्ठ पत्रकार व एकदाना फाउंडेशन के फाउंडर ट्रस्टी अमित कुमार, डीएमआरसी के पूर्व एक्ज्क्यूटिव डायरेक्टर सूर्य प्रकाश समेत बड़ी संख्या में समाज के विभिन्न क्षेत्रों से जुड़े लोग मौजूद थे।
इस मौके पर जीटीबी हॉस्पिटल के प्लास्टिक सर्जन डॉक्टर धनंजय कुमार ने कहा कि कोरोना के समय स्कूल बंद होने की वजह से बच्चों ने स्क्रीन पर •यादा समय बिताया, जिसका असर अब देखने को मिल रहा है । उन्होंने बताया कि बच्चों में आंखो से जुड़ी समस्या तेजी से बढ़ी है । मोबाइल और लैपटॉप पर •यादा समय तक पढ़ाई करने की वजह से मायोपिया की समस्या बढ़ गई है । ऐसे में लोगों को जागरूक किए जाने की ज़रूरत है ताकि वे अपने बच्चों को मोबाइल, लैपटॉप आदि पर कम समय व्यतीत करने के लिए प्रेरित करें । उन्होंने कहा कि इस तरह के कार्यक्रम करने वाली संस्था ‘‘एकदाना फाउंडेशन’’ और माया नारायण मेमोरियल ट्रस्ट ‘‘और ‘‘नारायण हॉस्पिटल एंड ट्रॉमा सेंटर ‘‘ को बधाई देता हूँ कि उन्होंने इस तरह का कार्यक्रम आयोजित किया जहाँ बड़ी संख्या में ज़रूरत मंद लोगों ने हेल्थ जाँच कराई । एकदाना फाउंडेशन के फ़ाउण्डर ट्रस्टी अमित कुमार ने कहा कि ऐसे मेडिकल कैम्प की जरूरत •यादा है क्यूंकि कोरोना के बाद लोग बहुत तरह की समस्याओं से जूझ रहे हैं खासकर मेडिकल की। ऐसे में जो लोग आर्थिक रूप से सक्षम नहीं हैं वो इस तरह के मेडिकल कैंप में अपनी जांच निशुल्क करवा लेते हैं । हम लोग ऐसे और भी कैंप का आयोजन स्कूलों मे करेंगे ।

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