मुंबई – मिरे असेट इन्वेस्टमेंट मैनेजर्स इंडिया प्राइवेट लिमिटेड ने ‘मिरे असेट निफ्टी इंडिया न्यू एज कंजम्पशन ईटीएफ’ लॉन्च करने की घोषणा की है। यह निफ्टी इंडिया न्यू एज कंजम्पशन इंडेक्स की ट्रैकिंग करने वाली एक ओपन-एंडेड स्कीम है। कंपनी ने मिरे असेट निफ्टी इंडिया न्यू एज कंजम्पशन ईटीएफ फंड ऑफ फंड को भी लॉन्च किया है जो मिरे असेट निफ्टी इंडिया न्यू एज कंजम्पशन ईटीएफ की इकाइयों में निवेश करने वाली एक ओपन-एंडेड फंड ऑफ फंड स्कीम है। इन योजनाओं का उद्देश्य निवेशकों को भारत के बदलते उपभोग बाजार में भाग लेने का अवसर प्रदान करना है, जो जनसंख्या के बदलते स्वरूप और बढ़ते विवेकाधीन खर्च के दम पर आगे बढ़ रहा है। निफ्टी इंडिया न्यू एज कंजम्पशन इंडेक्स में ईकॉमर्स, फिनटेक, वेल्थ मैनेजमेंट, टूर्स एंड ट्रैवल्स, रियल एस्टेट, कंज्यूमर इलेक्ट्रॉनिक्स, एंटरटेनमेंट आदि जैसे सेगमेंट का प्रतिनिधित्व करने वाले 75 स्टॉक शामिल हैं, जो भारतीय उपभोक्ताओं के बढ़त विवेकाधीन और आकांक्षापूर्ण खर्च को दर्शाते हैं। यह इंडेक्स बिजनेस-टू-कंज्यूमर (बी2सी स्क्रीशनरी सेगमेंट) में भारत के गैर-खाद्य खर्च पर फोकस करता है। मिरे असेट निफ्टी इंडिया न्यू एज कंजम्पशन ईटीएफ के लिए नया फंड ऑफर (एनएफओ) 12 दिसंबर, 2024 को सब्सक्रिप्शन के लिए खुलेगा और 20 दिसंबर, 2024 को बंद होगा और 27 दिसंबर, 2024 को निरंतर बिक्री और बायबैक के लिए फिर से खुलेगा। इसके साथ ही, मिरे असेट निफ्टी इंडिया न्यू एज कंजम्पशन ईटीएफ फंड ऑफ फंड 12 दिसंबर, 2024 को सब्सक्रिप्शन के लिए खुलेगा और 26 दिसंबर, 2024 को बंद होगा और 03 जनवरी, 2025 को निरंतर बिक्री और बायबैक के लिए फिर से खुलेगा। दोनों योजनाओं के लिए, न्यू फंड ऑफर के दौरान न्यूनतम आरंभिक निवेश 5,000/- रुपये (पांच हजार रुपये) होगा, तथा उसके बाद के निवेश 1 रुपये के गुणकों में होंगे। एनएफओ की घोषणा करते हुए, मिरे असेट इन्वेस्टमेंट मैनेजर्स (इंडिया) प्राइवेट लिमिटेड के हेड-ईटीएफ प्रोडक्ट और फंड मैनेजर, श्री सिद्धार्थ श्रीवास्तव ने कहा, “भारत के खर्च करने के तरीके काफी तेजी से विकसित हो रहे हैं। लोगों के खर्च करने के तरीके में होने वाले बदलाव में जनसांख्यिकीय लाभ, नए युग की कंपनियों के उदय, डिजिटलीकरण,सेवाओं और प्रोडक्ट्स की बढ़ती पहुंच के साथ ही बढ़ती डिस्पोजेबल आय का सबसे ज्यादा योगदान है। मिरे असेट निफ्टी इंडिया न्यू एज कंजम्पशन ईटीएफ और फंड ऑफ फंड को इस बदलाव का फायदा उठाने के लिए डिज़ाइन किया गया है। ये दोनों स्कीमें निवेशकों को भारत के विवेकाधीन और आकांक्षात्मक उपभोग खंड के विकास में भाग लेने के लिए एक प्रवेश द्वार प्रदान करती हैं। भारत सकारात्मक आर्थिक विकास के दौर से गुजर रहा है। देश की प्रति व्यक्ति सकल घरेलू उत्पाद 2,000 अमेरिकी डॉलर से ऊपर है। भारतीय उपभोक्ताओं के उपभोग पैटर्न विकसित हो रहे हैं। नए सेक्टर्स और नए युग की कंपनियों के उदय से भारतीय उपभोक्ताओं तक आसान और व्यापक पहुंच आसान हुई है। इसके चलते देश में उपभोक्ताओं की खर्च करने की आदतें अधिक विवेकाधीन और आकांक्षापूर्ण होती जा रही हैं। जून 2024 तक, ग्रामीण भारत अपने मासिक खर्च का 54% गैर-खाद्य विवेकाधीन वस्तुओं पर खर्च कर रहा था और शहरी भारत अपने मासिक खर्च का 61% गैर-खाद्य विवेकाधीन वस्तुओं पर खर्च कर रहा था। (स्रोत: 30 जून, 2024 तक नवीनतम उपलब्ध डेटा, सांख्यिकी और कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय)। प्रति व्यक्ति सकल घरेलू उत्पाद में बढ़ोतरी, मध्यम वर्ग की आय वाले परिवारों में वृद्धि, वस्तुओं, सेवाओं और अवसरों तक आसान और व्यापक पहुंच के साथ, विवेकाधीन खपत में और वृद्धि होने की उम्मीद है। भारतीय उपभोक्ताओं के विवेकाधीन और महत्वाकांक्षी खर्च में बढ़त का फायदा उठाने के लिए उत्सुक निवेशक लंबी अवधि के नजरिए से इन नई स्कीमों में निवेश करने पर विचार कर सकते हैं।