नई दिल्ली – एक सशक्त नागरिक आंदोलन और राजनीतिक सुधार के प्रदर्शन में, जननीति और साड्डा खिडदा पंजाब फेडरेशन ने संयुक्त रूप से दिल्ली के प्रेस क्लब ऑफ इंडिया में एक प्रभावशाली प्रेस कॉन्फ्रेंस और सार्वजनिक बहस का आयोजन किया। ग्लोबल मिडास फाउंडेशन के तत्वावधान में आयोजित इस कार्यक्रम में दिल्ली के लोगों के लिए मेनिफेस्टो’ जारी किया गया। इस पहल का उद्देश्य दिल्ली की राजनीतिक तस्वीर को बदलना और पंजाब के राजनीतिक भविष्य को सकारात्मक रूप से प्रभावित करना है। इस कॉन्फ्रेंस को इंदर प्रीत सिंह जन आंदोलन, अभिषेक जन आंदोलन, अमन बंदवी साड्डा खिडदा पंजाब फेडरेशन और हरमीत सिंह डायरेक्टर, ग्लोबल मिडास फाउंडेशन ने संबोधित किया। इनके अलावा पूर्व नौकरशाहों, सामाजिक कार्यकर्ताओं, इंडिया अगेंस्ट करप्शन आंदोलन के सदस्यों और सिविल डिफेंस कार्यकर्ताओं ने भी भाग लिया। इस अवसर पर दिल्ली के लोगों के लिए जारी किए मेनिफेस्टो को जवाबदेह शासन और नागरिक-चालित नीतिगत दृष्टिकोण के लिए एक खाका बताया गया। आम आदमी पार्टी पर हमला करते हुए वक्ताओं ने कहा कि ‘आप’ चुनाव से पहले किए वादों को पूरा करने में विफल रही है। उन्होंने पार्टी पर मुख्य प्रशासनिक मुद्दों से भटकने का आरोप भी लगाया। इस अवसर पर पंजाब के लिए एक नए जन आंदोलन की घोषणा करते हुए नागरिक नेताओं ने जवाबदेही और पारदर्शिता पर आधारित शासन और विकास के एक नए युग की शुरुआत करने का संकल्प लिया। इस मौके अमन बंदवी ने राजनीतिक पार्टियों के घोषणापत्रों को कानूनी रूप से बाध्यकारी बनाने की वकालत की। उन्होंने कहा कि वर्तमान में राजनीतिक दल अपने घोषणापत्रों को केवल प्रतीकात्मक दस्तावेज़ मानते हैं। उन्होंने नए राजनीतिक दलों और उम्मीदवारों से वादों को पूरा करने के लिए शपथपत्र पर हस्ताक्षर करने की मांग की। उन्होंने ‘दिल्ली के लोगों के लिए बनाए मेनिफेस्टो’ को भारतीय राजनीति में एक नए अध्याय की शुरुआत बताया। उन्होंने साड्डा खिडदा पंजाब फेडरेशन को पंजाब के पुनर्जागरण का अग्रदूत घोषित किया और राज्य के उज्जवल भविष्य के लिए काम करने का वादा किया। इंदर प्रीत सिंह ने मौजूदा ‘आप’ सरकार की आलोचना करते हुए पार्टी नेतृत्व पर तुष्टीकरण की राजनीति करने, विकास से जुड़े महत्वपूर्ण मुद्दों की अनदेखी करने और मुफ्त उपहारों के माध्यम से मतदाताओं को भ्रमित करने का आरोप लगाया। उन्होंने ‘आप’ को अल्पसंख्यक विरोधी, खासतौर पर सिख और पंजाबी विरोधी बताया और पंजाब के राज्य कोष को दिल्ली के चुनावों में इस्तेमाल करने का आरोप लगाया। उन्होंने दिल्ली के व्यापारिक वर्ग और पंजाब की अर्थव्यवस्था को बर्बाद करने के लिए ‘आप’ को जिम्मेदार ठहराया। हरमीत सिंह ने दिल्ली और पंजाब में ग्लोबल मिडास फाउंडेशन द्वारा पिछले पांच वर्षों में किए गए महत्वपूर्ण कार्यों पर प्रकाश डाला। उन्होंने पंजाब के जिलों की गंभीर स्थिति का उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि गांवों और नागरिकों को बुनियादी सुविधाओं से वंचित किया गया है। उन्होंने शिक्षा, स्वास्थ्य सेवा, और शासन से संबंधित महत्वपूर्ण मुद्दों को उजागर किया, जो घोषणापत्र के वादों के बावजूद अधूरे हैं।अभिषेक ने मूल भ्रष्टाचार विरोधी आंदोलन की गिरावट को इसके नेतृत्व की खराब नीयत और भ्रष्टाचार के लिए जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने ‘आप’ पर एक पवित्र आंदोलन को पटरी से उतारने और नागरिक मुद्दों की उपेक्षा करने का आरोप लगाया। अभिषेक ने जन आंदोलन की आवश्यकता पर जोर दिया और ‘दिल्ली के लोगों के लिए बनाए मेनिफेस्टो’ को नागरिक भागीदारी से प्रेरित एक नए राष्ट्र के निर्माण की दिशा में कदम बताया।यह कार्यक्रम एक जीवंत और सार्थक बहस के साथ समाप्त हुआ, जिसमें घोषणापत्रों और वादों की भूमिका पर चर्चा हुई। दिल्ली के लोगों के लिए बनाए मेनिफेस्टो’ के अनावरण और पंजाब के लिए नई जन आंदोलन की घोषणा ने एक साहसिक और गतिशील राजनीतिक क्रांति की शुरुआत का संकेत दिया। नागरिक समाज के नेताओं ने स्पष्ट कर दिया कि जवाबदेही, पारदर्शिता और नागरिक भागीदारी इस नए युग की नींव होगी।