नई दिल्ली – एक गांव में एक चहल-पहल भरी कक्षा में बच्चे अपने शिक्षक के चारों ओर उत्साह से इकट्ठा होते हैं। लेकिन आज का पाठ गणित या विज्ञान का नहीं, बल्कि उससे भी अधिक मौलिक विषय पर है: उनकी थाली में परोसे गए भोजन पर। उत्सुकता से वे अपने ‘न्यूट्री डब्बा’ पर लगे लेबल को पढ़ते हैं, जिसमें आयरन, जिंक और आवश्यक विटामिनों की जानकारी होती है। वे यह समझ चुके हैं कि पोषण सिर्फ पेट भरने के लिए नहीं, बल्कि उनके उज्जवल भविष्य के लिए भी जरूरी है।यह है न्यूट्री पाठशाला – हार्वेस्टप्लस सॉल्यूशंस की एक पहल, जो स्कूली भोजन को बायोफोर्टिफाइड खाद्य पदार्थों जैसे कि आयरन-युक्त बाजरा और जिंक-युक्त गेहूं से पोषित कर रही है। पिछले दो वर्षों में 2.5 मिलियन से अधिक भोजन परोसकर, हार्वेस्टप्लस सॉल्यूशंस बचपन से ही कुपोषण की जड़ों को खत्म करने का कार्य कर रहा है। इस अभियान को पद्मश्री सम्मान से सम्मानित शेफ संजीव कपूर का मजबूत समर्थन मिला है। जब उन्होंने ‘न्यूट्री पाठशाला’ के स्टूडेंट चैंपियंस से मुलाकात की, तो वे इस बात से प्रभावित हुए कि ये बच्चे पोषण लेबल पढ़ सकते हैं और जागरूक निर्णय ले सकते हैं। बचपन से सीखने की आदत डाल जाए, तो सेहत भी स्वाद बन जाती है! ये बच्चे सिर्फ अपनी नहीं, देश की सेहत सुधार सकते हैं पोषण की पढ़ाई से।एक ऐसी दुनिया की कल्पना कीजिए, जहां हर स्कूल मील ग्रामीण बच्चों को मजबूत शरीर और तेज दिमाग देने में मदद करता हो। यही ‘न्यूट्री पाठशाला’ का लक्ष्य है! हमें इस परिवर्तनकारी अभियान में शेफ संजीव कपूर के साथ साझेदारी करने पर गर्व है। – रविंदर ग्रोवर, ग्लोबल मैनेजर, हार्वेस्टप्लस सॉल्यूशंस।’न्यूट्री पाठशाला’ ने स्वस्थ भोजन को और अधिक आकर्षक बना दिया है, स्थानीय पसंदीदा व्यंजनों – भाखरी, चिवड़ा, लड्डू – को बायोफोर्टिफाइड रूपों में पेश करके। इसके अलावा, न्यूट्री-बार और हेल्दी कुकीज़ जैसे आधुनिक स्नैक्स भी शामिल किए गए हैं, ताकि पोषणयुक्त भोजन स्वादिष्ट भी बना रहे। एक कुपोषण मुक्त भविष्य की ओर भारत में कुपोषण की समस्या बनी हुई है, लेकिन ‘न्यूट्री पाठशाला’ जैसी पहल यह साबित कर रही हैं कि सहयोगात्मक प्रयासों से स्थायी परिवर्तन लाया जा सकता है। हार्वेस्टप्लस सॉल्यूशंस (HPS), जो बायोफोर्टिफिकेशन में अग्रणी है, इस कार्यक्रम के माध्यम से एक ऐसा भविष्य देख रहा है, जहां हर बच्चे को पोषणयुक्त भोजन मिले जो जीवनभर उनके स्वास्थ्य को लाभ पहुंचाए।

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