नई दिल्ली – इंडियन इंडस्ट्रीज़ एसोसिएशन दिल्ली राज्य द्वारा IIA उद्योग सम्मान 2025 का सफल आयोजन जेएनयू कन्वेंशन सेंटर में किया गया। यह आयोजन भारत के सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यमों को सशक्त बनाने की दिशा में IIA की 40 वर्षों की गौरवशाली यात्रा का एक ऐतिहासिक पड़ाव रहा। इस प्रतिष्ठित समारोह का आयोजन IIA दिल्ली राज्य की अध्यक्ष डॉ. ममतामयी प्रियदर्शिनी के नेतृत्व में तथा IIA के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री दिनेश गोयल के मार्गदर्शन में किया गया। कार्यक्रम में नीति-निर्माताओं, उद्योग जगत के नेताओं, नवाचारकर्ताओं, स्टार्टअप्स और MSME उद्यमियों ने भाग लिया। देश के टियर-1, टियर-2 और टियर-3 शहरों से आए प्रतिनिधियों की भागीदारी ने भारत के MSME इकोसिस्टम की बढ़ती राष्ट्रीय और वैश्विक प्रासंगिकता को रेखांकित किया। स्वागत भाषण में डॉ. ममतामयी प्रियदर्शिनी ने IIA उद्योग सम्मान 2025 को एक भव्य उत्सव बताया जिसमें एक ओर MSME समुदाय के प्रति IIA के सृजन से लेकर इसके 40 वर्षों की उपलब्धियों पर चर्चा हुई वहीं दूसरी ओर भारत की GDP, रोजगार सृजन और ‘विकसित भारत 2047’ की यात्रा में MSMEs के महत्वपूर्ण योगदान को उत्सव के रूप में मनाया गया। उनके संबोधन ने उत्कृष्टता, सहयोग और समावेशी औद्योगिक विकास पर केंद्रित प्रेरणादायक माहौल बनाया। इस अवसर पर अनेक वरिष्ठ नेताओं और विषय-विशेषज्ञों की गरिमामयी उपस्थिति रही। डॉ. संजय मयुख, राष्ट्रीय मीडिया सह-प्रमुख, भाजपा, ने कहा कि विश्वास, राष्ट्रीय नैरेटिव और प्रभावी मीडिया सहभागिता भारत के उद्यमशील इकोसिस्टम में आत्मविश्वास को मजबूत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। IIA के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री दिनेश गोयल ने अपने मुख्य भाषण में भारत के आर्थिक परिवर्तन में MSMEs की बढ़ती भूमिका को रेखांकित किया और दो आगामी राष्ट्रीय प्रदर्शनियों की घोषणा की IIA इंटरनेशनल टूरिज्म एंड हॉस्पिटैलिटी एक्सपो 2025 (18–19 दिसंबर, होटल ताज गंगा, वाराणसी) तथा इंडिया फूड एक्सपो 2026 (16–18 जनवरी, रेगालिया ग्रीन्स, लखनऊ) और MSME नेतृत्व से सक्रिय भागीदारी का आह्वान किया। सरकारी दृष्टिकोण प्रस्तुत करते हुए डॉ. आर. के. भारती, निदेशक, MSME, ने नियामक सुधारों और नीतिगत पहलों पर प्रकाश डाला, जिनका उद्देश्य अनुपालन को सरल बनाना और व्यवसाय विस्तार को सक्षम करना है। श्री सी. शिवम अग्रवाल, वैज्ञानिक, BIS, ने वैश्विक विश्वास और बाज़ार तक पहुंच सुनिश्चित करने के लिए गुणवत्ता मानकों और प्रमाणन की अहम भूमिका पर बल दिया। इस दौरान डॉ. लक्ष्मीकांत पांडेय (IIA CEC सदस्य) ने MSMEs को नवाचार-आधारित विकास अपनाने के लिए प्रेरित किया और सस्टेनेबिलिटी को अपना मूलमंत्र बनाने को कहा। डॉ. जगन्नाथन एवं डॉ. सौरव कुमार शर्मा (AIC-JNU) ने इनक्यूबेशन और स्टार्टअप इकोसिस्टम पर अपने विचार साझा किए। सीए जे. के. जैन ने कहा कि वित्तीय अनुशासन MSMEs के सतत विस्तार और वैश्विक प्रतिस्पर्धा के लिए अत्यंत आवश्यक हैं। सीए हेमेन्द्र गुप्ता ने नवाचार और निर्यात-तैयारी को मजबूत उद्यमों के निर्माण की कुंजी बताया। कार्यक्रम का प्रमुख आकर्षण देशभर से लगभग 30 उत्कृष्ट उद्यमियों का सम्मान रहा, जिनमें ग्रामीण नवोन्मेषक, महिला उद्यमी, उच्च-प्रभाव वाले स्टार्टअप्स और विनिर्माण, सेवा तथा सामाजिक प्रभाव के क्षेत्र में उत्कृष्टता दिखाने वाले उद्यम शामिल थे जो भारत की ग्रासरूट्स से ग्लोबल तक की प्रेरणादायक यात्रा का प्रतीक हैं। कार्यक्रम के दौरान एक महत्वपूर्ण उपलब्धि के रूप में अटल इनक्यूबेशन सेंटर JNUFI, वर्ल्ड सिख चैंबर ऑफ कॉमर्स और उड़ान मीडिया के साथ तीन समझौता ज्ञापन (MoU) पर हस्ताक्षर किए गए, जिनका उद्देश्य नवाचार इकोसिस्टम को सुदृढ़ करना, बाज़ार पहुंच का विस्तार करना और देशभर के उद्यमियों को संस्थागत सहयोग प्रदान करना है। इस भव्य आयोजन का सफल संचालन IIA दिल्ली राज्य की आयोजन समिति के समर्पित प्रयासों और IIA मुख्यालय के सहयोग से संभव हुआ। नीरज बजाज, मृगेंद्र कुमार, चरणजीत सिंह, मधुकर सहाय, जतिन शर्मा, मनीष चावला, आयुष जा डोन,शौर्य मित्तल, हेमेंद्र गुप्ताऔर सीए जे. के. जैन को आयोजन की योजना और समन्वय में उनके महत्वपूर्ण योगदान के लिए विशेष रूप से सराहा गया। समारोह का समापन डॉ. ममतामयी प्रियदर्शिनी द्वारा प्रस्तुत हार्दिक धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ, जिसमें उन्होंने सभी अतिथियों, वक्ताओं, प्रायोजकों, भागीदारों, प्रतिनिधियों, स्वयंसेवकों और व्यापक MSME समुदाय के प्रति आभार व्यक्त किया, जिनके सहयोग से IIA के 40 वर्ष और IIA उद्योग सम्मान 2025 का आयोजन अत्यंत सफल रहा। कार्यक्रम का समापन राष्ट्रगान, इसके पश्चात मीडिया संवाद, समूह छायाचित्र और नेटवर्किंग लंच के साथ हुआ।

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