गुरुग्राम- इंफोसिस साइंस फाउंडेशन ने आज छह विभिन्न श्रेणियों इकनॉमिक्स, इंजीनियरिंग एवं कंप्यूटर साइंस, ह्यूमेनिटीज़ एंड सोशल साइंसेज़, लाइफ साइंसेज़, मैथमेटिकल साइंसेज़, एवं फिजिकल साइंसेज़ में इंफोसिस प्राइज़ 2025 के विजेताओं की घोषणा की है। इंफोसिस प्राइज़ ने अपनी स्थापना के समय से ही ऐसे व्यक्तियों,विद्वानों को उनकी उल्लेखनीय उपलब्धि के लिए सम्मानित किया है जिनके शोध तथा विद्वता ने भारत को उल्लेखनीय रूप से प्रभावित किया है। प्रत्येक श्रेणी में पुरस्कार के तौर पर एक स्वर्ण पदक, एक प्रशस्ति पत्र, और USD 100,000 (या भारतीय मुद्रा में समतुल्य) का नकद पुरस्कार प्रदान किया जाता है। इंफोसिस प्राइज़ 2025 के लिए विद्वानों का चयन निर्णायकों के अंतरराष्ट्रीय पैनल द्वारा किया गया जिसमें जाने माने स्कॉलर और एक्सपर्ट शामिल थे। इंफोसिस साइंस फाउंडेशन आरंभ से ही ऐसे उल्लेखनीय शोधकार्यों एवं विद्वता को मान्यता प्रदान करता रहा है जिन्होंने मानव जीवन के विभिन्न पहलुओं को प्रभावित किया हो। इंफोसिस प्राइज़ 2025 के विजेताओं की घोषणा, इंफोसिस साइंस फाउंउेशन के ट्रस्टियों द्वारा की गई जिनमें शामिल हैं श्री के दिनेश (अध्यक्ष, ट्रस्टी मंडल), श्री नारायण मूर्ति, श्री श्रीनाथ बाटनी, श्री क्रिस गोपालकृष्णन, डॉ प्रतिमा मूर्ति, तथा श्री एस डी शिबुलाल। इंफोसिस साइंस फाउंडेशन के अन्य ट्रस्टियों ने, जिनमें श्री मोहनदास पाइ, श्री नंदन नीलेकनी, और श्री सलिल पारेख शामिल हैं, भी इस वर्ष के विजेताओं को बधाई दी है। श्री के दिनेश, अध्यक्ष, ट्रस्टी मंडल, इंफोसिस साइंस फाउंडेशन ने कहा, मैं इंफोसिस प्राइज़ 2025 के विजेताओं को बधाई देता हूं जिनकी उपलब्धियां शोध, विज्ञान तथा समाज के बीच परस्पर और महत्वपूर्ण संबंध को दर्शाती हैं, और साथ ही, अगली पीढ़ी के इनोवेटर्स के लिए भी प्रेरणा बनती हैं। इंफोसिस प्राइज़ ने हमारे इस भरोसे को और पुख्ता बनाया है कि विज्ञान और शोध ही मानव प्रगति के प्रमुख आधार स्तंभ हैं। यह इनोवेशन को प्रोत्साहित करने वाली संस्कृति को बढ़ावा देने के साथ-साथ विभिन्न विषयों की समझ भी बढ़ाता है।
