सिवनी (मध्य प्रदेश)। प्रदेश के सिवनी जिले में स्थित पेंच टाइगर रिजर्व में एक वयस्क बाघ का शव मिला है। रिजर्व के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बुधवार को बताया कि करीब 12 साल के इस बाघ की मौत किसी अन्य बाघ के साथ क्षेत्र पर अधिकार के संबंध में हुई लड़ाई के कारण होने की आशंका है। उन्होंने बताया कि मृत बाघ के शव पर चोट के कई निशान मिले हैं, इसी से यह अंदाजा लगाया गया है। रिजर्व के क्षेत्रीय निदेशक अशोक कुमार मिश्रा ने बताया कि मंगलवार को एक गश्ती दल ने रिजर्व के मोगली अभयारण्य के तहत कुरई इलाके में बाघ का शव देखा। उन्होंने कहा कि परीक्षण के दौरान बाघ के दोनों अगले पैरों पर अन्य बाघ के कैनाइन मार्क (दांत से काटने के निशान) स्पष्ट रूप से दिखाई दिए। उन्होंने बताया कि अगले दाहिने पंजे की हड्डी भी टूटी मिली व साथ ही गर्दन पर भी गंभीर घाव पाए गए। वन्यप्राणी चिकित्सक व पशु चिकित्सक ने मृत्यु का प्रथम दृष्टया कारण अन्य बाघ से संघर्ष होना बताया है।
उन्होंने बताया कि शव परीक्षण के बाद आवश्यक अवयवों को प्रयोगशाला परीक्षण के लिए संरक्षित किया गया है। मिश्रा ने कहा कि राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण के दिशा-निर्देशों के अनुसार शव का निपटारा किया गया है और विसरा को जांच के लिए एक प्रयोगशाला में भेज दिया गया है। इससे पहले एक मार्च को भी पीटीआर के मुख्य क्षेत्र में बाघ के एक शावक का शव मिला था।अखिल भारतीय बाघ अनुमान रिपोर्ट 2018 के अनुसार, मध्य प्रदेश में 526 बाघ हैं जो देश के अन्य राज्यों के मुकाबले अधिक हैं। मध्य प्रदेश में कान्हा, बांधवगढ़, पेंच, सतपुड़ा और पन्ना सहित कई बाघ अभयारण्य हैं।