महाराष्ट्र के सोलापुर जिले में एक लेखक सडक़ किनारे दयनीय हालत में मिले। लेखक के पैरों और हाथों में जख्म के निशान थे जिसके बाद उनको एक अस्पताल ले जाया गया। एक स्थानीय स्वैच्छिक संगठन के सदस्यों ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी। स्वैच्छिक संगठन के कुछ सदस्यों ने बताया कि उनके कुछ साथियों ने पंधारपुर में सैनिक विहार के समीप बुधवार को उन्हें देखा और जब उन्होंने उनसे उनके बारे में पूछा तो उन्होंने बताया कि उनका नाम एम जी भगत है।
वह एक द्वितीय श्रेणी अधिकारी और कुछ पुस्तकों के लेखक तथा संपादक हैं। भगत को अस्पताल पहुंचाने वाले संगठन के सदस्य सुजीत दिवान ने कहा, हमने उन्हें गंदे कपड़ों तथा हाथ-पैरों में जख्म के निशान के साथ पाया। उनकी हालत दनईय थी। जब हमने उनसे पूछा तो वह पढ़े-लिखे जान पड़े। हम समझ गए कि उन्हें वर्धा से पंधारपुर आना पड़ा तथा मोबाइल फोन एवं उनकी अन्य कीमती चीजों की चोरी हो गई। उन्होंने 50 रुपए मांगे, ताकि वह नहा सकें। स्थानीय लोगों के अनुसार वह वहां दो-तीन दिनों से थे और सैनिक विहार गेस्टहाउस के लोग उन्हें चाय-पानी दे रहे थे। सिविल अस्पताल के चिकित्सकों ने बताया कि उनका अस्थि चिकित्सा विभाग में उपचार चल रहा है तथा अस्पताल प्रशासन उनके परिवार से संपर्क कायम करने का प्रयास कर रहा है।