नई दिल्ली – आयोजित राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा (NEET) 2025 में लाखों मेडिकल उम्मीदवारों ने भाग लिया। मुकेश कु.शर्मा अकादमिक डायरेक्टर अनअकादमी लाजपत नगर, ने परीक्षा पेपर का विस्तृत विश्लेषण प्रस्तुत किया , जिसमें विषय-वार कठिनाई स्तर, पिछले वर्षों से तुलना, कट-ऑफ अपेक्षाएं, स्कोर अपेक्षाएं और अन्य महत्वपूर्ण जानकारी शामिल है। 1. विषय-वार कठिनाई स्तर इस वर्ष नीट 2025 का पेपर कुल मिलाकर मध्यम से कठिन स्तर का रहा। विषय-वार विश्लेषण निम्नलिखित है: भौतिकी (Physics): भौतिकी का खंड लंबा और कठिन रहा। न्यूमेरिकल प्रश्नों की संख्या अधिक थी, और कुछ प्रश्न अवधारणा-आधारित थे। इलेक्ट्रोस्टैटिक्स, मैकेनिक्स और ऑप्टिक्स से प्रश्न प्रमुख रहे। विशेषज्ञों के अनुसार, रोटेशन एवं सेमि कंडक्टर प्रश्नों को हल करने में समय अधिक लगा, पेपर सही समय पे पूरा करना चुनौतीपूर्ण रहा। हरप्रीत सिंह HOD फिजिक्स रसायन विज्ञान (Chemistry): रसायन विज्ञान का खंड अपेक्षाकृत संतुलित था, जिसमें अकार्बनिक, कार्बनिक और भौतिक रसायन से प्रश्न समान रूप से आए। फिजिकल केमिस्ट्री में सामान्य कैलकुलेशन थी, अकार्बनिक रसायन के प्रश्न NCERT पर आधारित थे, जबकि कार्बनिक रसायन में कुछ जटिल रिएक्शन-आधारित प्रश्न थे। कुल मिलाकर, यह खंड मध्यम स्तर का रहा। प्रवेश बंसल HOD केमिस्ट्री वनस्पति विज्ञान (Botany): वनस्पति विज्ञान का खंड, जैसा कि आमतौर पर होता है, सबसे स्कोरिंग रहा, लेकिन कुछ प्रश्नों ने छात्रों को हैरान किया। बॉटनी में पारिस्थितिकी Ecology और जेनेटिक्स से गहन प्रश्न थे। अमित यादव HOD बॉटनी जंतु विज्ञान (Zoology): जंतु विज्ञान का खंड, भी स्कोरिंग रहा, लेकिन कुछ प्रश्न विश्व जूलॉजी में ह्यूमन फिजियोलॉजी और बायोटेक्नोलॉजी के प्रमुख थे। जहा हर वर्ष कॉक्रोच से सवाल पूछे जाते थे किन्तु इस वर्ष वही सवाल फ्रॉग से पूछे गए कुल मिलाकर, यह खंड मध्यम स्तर का था। सुरभि मिश्रा HOD जूलॉजी 2. पिछले वर्षों से तुलना नीट 2025 में कई बदलाव देखे गए, जो पिछले वर्षों की तुलना में महत्वपूर्ण हैं: प्रश्नों की संख्या और समय: इस वर्ष पेपर में कुल 180 प्रश्न थे, जो पिछले वर्षों के 200 प्रश्नों से 20 कम हैं। इसके साथ ही, परीक्षा की अवधि भी 180 मिनट (3 घंटे) थी, जो पहले 200 मिनट (3 घंटे 20 मिनट) हुआ करती थी। इस बदलाव ने प्रति प्रश्न औसत समय को लगभग समान रखा, लेकिन छात्रों को समय प्रबंधन में खासी परेशानी का सामना करना पड़ा।कठिनाई स्तर: पिछले वर्ष (2024) की तुलना में इस वर्ष का पेपर थोड़ा अधिक कठिन रहा, विशेष रूप से भौतिकी और बॉटनी के कुछ खंडों में। 2024 में पेपर अपेक्षाकृत आसान था, जिसके कारण कट-ऑफ में वृद्धि हुई थी। प्रश्नों का स्वरूप: इस वर्ष NCERT आधारित प्रश्नों का अनुपात अधिक रहा, लेकिन कुछ प्रश्नों में गहन विश्लेषण की आवश्यकता थी, जो पिछले वर्षों की तुलना में अधिक चुनौतीपूर्ण था।2013 जब से नीट एग्जामिनेशन की शुरुवात हुई है तब से अब तक इस वर्ष फिजिक्स का खंड सबसे कठिन मन जा रहा है। 3. कट-ऑफ अपेक्षाएं विशेषज्ञों और अनअकादमी लाजपत नगर कोचिंग संस्थान के प्रारंभिक विश्लेषण के अनुसार, नीट 2025 की कट-ऑफ निम्नलिखित हो सकती है: सामान्य वर्ग (General): 140-150 अंक यह अनुमान 25 लाख से अधिक छात्रों की भागीदारी और 1.27 लाख एमबीबीएस सीटों की उपलब्धता पर आधारित है। पिछले वर्ष की तुलना में कट-ऑफ में मामूली गिरावट की उम्मीद है, क्योंकि पेपर की कठिनाई और प्रतिस्पर्धा दोनों बढ़ी हैं। 4. स्कोर अपेक्षाएं छात्रों के लिए स्कोर अपेक्षाएं निम्नलिखित हैं:सुरक्षित स्कोर (Safe Score): विशेषज्ञों के अनुसार, 600+ अंक स्कोर करने वाले छात्रों के लिए शीर्ष मेडिकल कॉलेजों में प्रवेश की संभावना अधिक है। सरकारी कॉलेजों के लिए सामान्य वर्ग के छात्रों को कम से कम 600-620 अंक की आवश्यकता होगी। गत वर्ष लगभग 1500 छात्रों नें 700-720 के बीच स्कोर किया था, जो इस वर्ष परीक्षा की कठिनाई देखते हुए में असंभव सा लगता है। 5. अन्य महत्वपूर्ण जानकारी आंसर की (Answer Key) रिलीज तिथि: NTA (राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी) द्वारा आधिकारिक आंसर की संभावित रूप से 25 मई, 2025 तक जारी की जा सकती है। इसे NTA की आधिकारिक वेबसाइट (www.neet.nta.nic.in) पर देखा जा सकता है। प्रारंभिक आंसर की के खिलाफ आपत्तियां दर्ज करने की सुविधा भी उपलब्ध होगी। रिजल्ट तिथि (Result Date): नीट 2025 का परिणाम जून 2025 के पहले या दूसरे सप्ताह में घोषित होने की उम्मीद है, संभवतः 14 जून, 2025 के बीच। छात्रों की प्रतिक्रिया: प्रारंभिक प्रतिक्रियाओं के अनुसार, कई छात्रों ने फिजिक्स के न्यूमेरिकल और केमिस्ट्री के कुछ जटिल प्रश्नों को चुनौतीपूर्ण पाया। हालांकि, बॉटनी और जूलॉजी के खंडों को स्कोरिंग माना गया। निष्कर्ष मुकेश कु.शर्मा अकादमिक डायरेक्टर अनअकादमी लाजपत नगर: नीट 2025 का पेपर मध्यम से कठिन रहा, जिसमें भौतिकी ने छात्रों को सबसे अधिक चुनौती दी। पिछले वर्षों की तुलना में कम प्रश्न और समय के बावजूद, प्रतिस्पर्धा उच्च रही। छात्रों को सलाह दी जाती है कि वे आधिकारिक आंसर की की प्रतीक्षा करें और परिणाम से पहले काउंसलिंग प्रक्रिया की तैयारी शुरू करें। अधिक जानकारी के लिए NTA की आधिकारिक वेबसाइट पर नजर रखें।