नई दिल्ली- दीर्घकालिक और सुदृढ़ बुनियादी ढांचे के लिए सामग्रियों, मॉडलिंग और विश्लेषण में प्रगति पर अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन कोयंबटूर स्थित अमृता स्कूल ऑफ इंजीनियरिंग के सिविल इंजीनियरिंग विभाग और राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान तिरुचिरापल्ली द्वारा संयुक्त रूप से किया गया। इस आयोजन ने शैक्षणिक और औद्योगिक क्षेत्र के अग्रणी विशेषज्ञों को दीर्घकालिक और सुदृढ़ बुनियादी ढांचे में नवीनतम प्रौद्योगिकी पर चर्चा के लिए एक मंच प्रदान किया। सम्मेलन का उद्घाटन मुख्य अतिथि प्रोफेसर गणेशन एन, पूर्व प्रोफेसर और डीन, NIT कालीकट द्वारा किया गया। उन्होंने अपने प्रेरक उद्घाटन भाषण में कार्यक्रम की महत्ता को रेखांकित किया। प्रो. गणेशन एन ने अपने संबोधन में कहा था, हम शहरीकरण, जलवायु परिवर्तन और प्राकृतिक संसाधनों की कमी जैसी गंभीर चुनौतियों का सामना कर रहे हैं। ऐसे सम्मेलन, विचारशील शोधकर्ताओं और नवाचारकों को एक साथ लाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। दीर्घकालिक विकास और संरचना की सुदृढ़ता केवल तकनीकी समाधानों तक सीमित नहीं होनी चाहिए, बल्कि इसे हमारे दृष्टिकोण और जीवनशैली का हिस्सा बनना चाहिए। हमें व्यापक समाधान खोजने और एक बेहतर भविष्य सुनिश्चित करने की दिशा में काम करना होगा। आइए, हम पृथ्वी माता की सुरक्षा के लिए सकारात्मक योगदान देने का संकल्प लें। इस सम्मेलन का आयोजन दीर्घकालिक और सुदृढ़ बुनियादी ढांचे के विकास के लिए अत्याधुनिक सामग्रियों, उन्नत मॉडलिंग तकनीकों और विश्लेषणात्मक विधियों पर केंद्रित रहा। यह आयोजन विचारों के आदान-प्रदान, सहयोग और नवाचार को बढ़ावा देने के लिए एक प्रभावी मंच सिद्ध हुआ।
अमृता स्कूल ऑफ इंजीनियरिंग, कोयंबटूर के सिविल इंजीनियरिंग विभाग और राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान, तिरुचिरापल्ली द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित इस सम्मेलन ने विकासशील समाज के लिए स्थिर और संरचनात्मक दृष्टिकोण प्रस्तुत करने की प्रतिबद्धता को रेखांकित किया।

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