नई दिल्ली – गरीबों, विशेषकर महिलाओं के जीवन को बेहतर बनाने के लिए समर्पित एक अलाभकारी संगठन, ग्रामीण फाउंडेशन फॉर सोशल इम्पैक्ट, और DPIIT, वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय की परिवर्तनकारी ई-कॉमर्स पहल, ओपन नेटवर्क फॉर डिजिटल कॉमर्स (ONDC) ने विभिन्न व्यावसायिक संस्थाओं हेतु सामाजिक-आर्थिक विकास और डिजिटल समावेश को बढ़ावा देने के लिए के MoU ज़रिये हाथ मिलाया है।ग्रामीण फाउंडेशन फॉर सोशल इम्पैक्ट (या ग्रामीण) गरीबी और भूख से मुक्त दुनिया बनाने हेतु गरीबों, खासतौर पर महिलाओं को सक्षम बनाने से संबंधित पहलों में सबसे आगे रहा है। ग्रामीण के कार्यक्रम उद्यमिता, डिजिटल साक्षरता के साथ ही सक्षमता और वित्तीय समावेश को भी बढ़ावा देते हैं। पिछले कुछ सालों में, ग्रामीण ने हर छोटी से छोटी जगह में वित्तीय समावेश के महत्वपूर्ण कार्यकर्ताओं के रूप में अक्सर काम करने वाले व्यावसायिक संवाददाताओं की गुणवत्ता, व्यवहार्यता और पोर्टफोलियो को बेहतर बनाने के तरीकों और साधनों के बारे में जानने के लिए सक्रिय रूप से काम किया है।ग्रामीण और ओएनडीसी नेटवर्क का हाथ मिलाना एक रणनीतिक कदम है, जिसका उद्देश्य अपनी-अपनी क्षमताओं का सदुपयोग करके ज्यादा से ज्यादा लोगों की बेहतरी के लिए काम करना है। इसका उद्देश्य डिजिटल रूप से कम योग्य लोगों को शिक्षित करके, जागरुक करके और उन्हें सुविधाएं मुहैया कराकर, उनके ओएनडीसी नेटवर्क से जुड़ने के अनुभव को सहज और कुशल बनाना है। इस तरह के जुड़ाव से किसान उत्पादक संगठनों (FPOs), नैनो, माइक्रो, स्मॉल, और मीडियम उद्यमों (NMSMEs), स्व-सहायता समूहों (SHGs), महिला उद्यमियों, स्टार्ट-अप और इसी तरह की संस्थाओं के सदस्यों के लिए व्यावसायिक अवसरों की दुनिया खुल जाएगी। ग्रामीण और ओएनडीसी नेटवर्क डिजिटल समावेश को पूरी रफ्तार से आगे बढ़ाने और इन संस्थाओं और उनके सदस्यों के व्यावसायिक विकास को सुविधाजनक बनाने के लिए मिलकर काम करेंगे।ग्रामीण फाउंडेशन फॉर सोशल इम्पैक्ट की अंतरिम सीईओ, भारती जोशी ने कहा, “वैश्विक स्तर पर, ग्रामीण का लक्ष्य गरीबी के अस्तित्व को खत्म करना है। हम जेंडर के साथ नेतृत्व करते हैं और तकनीक की मदद से बदलाव लाते हैं। हम गरीबों, विशेषकर महिलाओं की क्षमताओं में निवेश करने पर यकीन करते हैं, ताकि वे खुद को और अपने परिवार को बेहतर जीवन दे सकें। हम सूचना और मार्केट की सुगमता में मौजूद कमी को दूर करने और हर स्थान पर डिजिटल सीमाओं को खत्म करने के लिए ओएनडीसी नेटवर्क को एक स्वाभाविक सहयोगी के रूप में देखते हैं।ओएनडीसी के चीफ बिज़नेस ऑफिसर, शिरीष जोशी ने कहा, “ओएनडीसी नेटवर्क एक समावेशी डिजिटल इकोसिस्टम को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध है, जहां हर आकार और पृष्ठभूमि वाले व्यवसायों को समान अवसर दिया जाएगा। बाधाओं को दूर करके, हम डिजिटल इकॉनमी को बेहतर बनाने के लिए नैनो उद्यमों से लेकर महिला उद्यमियों तक, विविध संस्थाओं को सशक्त बना रहे हैं। ग्रामीण फाउंडेशन फॉर सोशल इम्पैक्ट के साथ मिलकर, हम डिजिटल इकॉनमी का प्रसार करने और इसकी परिवर्तनकारी शक्ति को हमारे समाज के हर कोने तक पहुंचाने के लिए तत्पर हैं।

ग्रामीण फाउंडेशन फॉर सोशल इम्पैक्ट के बारे में:

ग्रामीण फाउंडेशन फॉर सोशल इम्पैक्ट (GFSI) भारतीय कंपनी अधिनियम, 1956 की धारा 25 (अब भारतीय कंपनी अधिनियम 2023 की धारा 8) के तहत पंजीकृत एक अलाभकारी संगठन है। जीएफएसआई वित्तीय समावेशन, कृषि-आधारित आजीविका संवर्धन और फार्म, ऑफ-फार्म व नॉन-फार्म उद्यम विकास के क्षेत्र में काम कर रहा प्रमुख कार्यान्वयन संगठन है। सबसे अधिक सुविधाओं से वंचित समुदायों, विशेषकर महिलाओं पर ध्यान देते हुए, यह संगठन तकनीक की क्षमता का सदुपयोग करने की कोशिश करता है, और लोगों को सूचना, बाज़ार, पूंजी और कौशल विकास के मौकों जैसे महत्वपूर्ण संसाधनों से जोड़ता है। एग्रीटेक और फिनटेक कंपनियों, सरकारी एजेंसियों, मार्केट के प्रमख कार्यकर्ताओं, स्टार्ट-अप और इनोवेटर्स के साथ सहयोग करके, यह संगठन समुदायों और उनके संस्थानों को एसेट्स बनाने, मुश्किलों से निपटने, जोखिमों को कम करने, और दृढ़ता दिखाने में सक्षम बनाता है।