नई दिल्ली- भगवान श्री सत्य साई बाबा की 100वीं जयंती के अवसर पर आयोजित वन वर्ल्ड वन फैमिली विश्व सांस्कृतिक महोत्सव 2025 ने इतिहास रच दिया है। 100 दिनों तक चले इस वैश्विक आयोजन को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी शुभकामनाओं के साथ शुभारंभिक सम्मान प्रदान किया और सत्य साई बाबा के जीवन, मानवता और सेवा के सिद्धांतों को युगों तक प्रेरणा देने वाला बताया। प्रधानमंत्री मोदी ने अपने संदेश में कहा कि श्री सत्य साई बाबा की जन्मशताब्दी के उपलक्ष्य में आयोजित महान आयोजन भारत के लिए गर्व का विषय है। उन्होंने लिखा,यह हर्ष का विषय है कि श्री सत्य साई बाबा की जन्मशताब्दी पर विविध विशेष कार्यक्रम श्री मधुसूदन साई इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज़ एंड रिसर्च, सत्य साई ग्राम, मुद्देनहल्ली में आयोजित किए जा रहे हैं। भारत ही नहीं बल्कि विश्वभर के अनगिनत अनुयायियों को मेरी ओर से हार्दिक शुभकामनाएँ। उन्होंने आगे कहा कि सत्य साई बाबा का स्नेह, मार्गदर्शन और मानवता के लिए उनका वैश्विक संदेश आज भी दुनिया की राह रोशन कर रहा है।प्रधानमंत्री ने कहा, बाबा का जीवन प्रेम, सेवा, शांति और समभाव का प्रतीक रहा है। हम यह जन्मशताब्दी उनके स्मरण के रूप में नहीं, बल्कि उनके आदर्शों को जीवन में उतारने के संकल्प के रूप में मना रहे हैं। मुद्देनहल्ली के सत्य साई ग्राम में 16 अगस्त 2025 से 23 नवंबर 2025 तक चले इस 100-दिवसीय समारोह को गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में विश्व का सबसे लंबा सांस्कृतिक उत्सव के रूप में दर्ज किया गया।सद्गुरु मधुसूदन साई के मार्गदर्शन में आयोजित इस भव्य आयोजन में 100 देशों ने भाग लिया, और संगीत, नृत्य, नाटक, कला, योग और सेवा कार्यक्रमों ने ‘वसुधैव कुटुम्बकम्’एक पृथ्वी, एक परिवार के संदेश को विश्व समुदाय तक पहुँचाया।इस पावन आयोजन के दौरान कई महत्त्वपूर्ण सेवा परियोजनाओं की घोषणा की गई। इनमें सबसे उल्लेखनीय है: 600-बेड क्षमता वाला विश्व का सबसे बड़ा निःशुल्क बहु-विशेषता निजी अस्पताल, जो शीघ्र ही जनता को समर्पित किया जाएगा।शिक्षा, पोषण और स्वास्थ्य सेवाओं के माध्यम से अब तक 1.3 करोड़ से अधिक जीवनों पर सकारात्मक प्रभाव दर्ज किया गया।समापन दिवस पर 60 देशों के 450 अंतरराष्ट्रीय कलाकारों, 70 सदस्यीय कोरस दल और भारत के सबसे बड़े छात्र ऑर्केस्ट्रा ‘साई सिम्फनी ऑर्केस्ट्रा’ के 200 युवा संगीतज्ञों ने दिव्य संगीत प्रस्तुति दी, जिसने वातावरण को आध्यात्मिकता, भक्ति और वैश्विक एकता से आलोकित कर दिया।
