शिमला- कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सुखविंदर सिंह सुक्खू हिमाचल प्रदेश के अगले के मुख्यमंत्री हो सकते हैं और उनके रविवार को शपथ ग्रहण करने की संभावना है। पार्टी सूत्रों ने यह जानकारी दी है। सूत्रों ने बताया कि कांग्रेस आलाकमान ने नदौन से विधायक 58 वर्षीय सुक्खू के नाम पर रजामंदी दी है और ऐसे में वह राज्य के अगले मुख्यमंत्री हो सकते हैं। शपथ ग्रहण रविवार को हो सकता है। सूत्रों का कहना है कि शनिवार शाम को हो रही विधायक दल की बैठक में सुक्खू के नाम पर मुहर लग सकती है और फिर इसकी औपचारिक घोषणा की जा सकती है। राज्य की 68 सदस्ईय विधानसभा में कांग्रेस के पास 40 विधायक हैं। हिमाचल प्रदेश का मुख्यमंत्री बनने के लिए सभी प्रमुख नेताओं के खेमों की तरफ से पुरजोर लामबंदी की जा रही थी। पार्टी मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार को लेकर आम सहमति बनाने का प्रयास कर रही है। कुल्लू सीट से कांग्रेस विधायक सुंदर सिंह ठाकुर ने शिमला में संवाददाताओं से कहा कि कांग्रेस विधायक दल की बैठक विधानसभा परिसर में शनिवार शाम को होगी। उन्होंने कहा कि इस बैठक में कुछ प्रगति होने की संभावना है। शुक्रवार शाम को हुई बैठक में विधायकों ने आम सहमति से एक प्रस्ताव करके पार्टी अध्यक्ष को अधिकार दिया था कि वह पार्टी विधायक दल के नेता पर फैसला करें, जो हिमाचल प्रदेश का अगला मुख्यमंत्री होगा।इसके पहले कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा था कि पार्टी पर्यवेक्षकों को पहाड़ी राज्य में भेजा गया है, जो सभी विधायकों के विचार उनसे व्यक्तिगत रूप से मांग रहे हैं और वे उन्हें उनकी राय से अवगत कराएंगे। खरगे ने कहा कि इसके आधार पर मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार का फैसला होगा।सुबह से ही कांग्रेस विधायकों का शिमला स्थित सेसिल होटल में जमावड़ा होने लगा, जहां पार्टी के केंद्रीय पर्यवेक्षक-छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश पटेल और हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ठहरे हुए हैं। विधानसभा चुनाव में स्पष्ट जनादेश के साथ मिली जीत के बावजूद कांग्रेस को छह बार मुख्यमंत्री रहे वीरभद्र सिंह के निधन से उत्पन्न हुए शून्य की भरपाई करने में कठिनाई का सामना करना पड़ा है।प्रदेश कांग्रेस कमेटी की अध्यक्ष प्रतिभा सिंह पिछले कुछ दिनों से यह संकेत दे रही थीं कि वह मुख्यमंत्री पद की दावेदार हैं। उनके समर्थकों ने भी शिमला में जमकर नारेबाजी की और वीरभद्र सिंह की विरासत का सम्मान करने की मांग की। सुक्खू ने शनिवार को संवाददाताओं से कहा, मैं मुख्यमंत्री पद का आकांक्षी नहीं हूं। मैं केवल एक कांग्रेस कार्यकर्ता हूं। शीर्ष नेतृत्व जो भी निर्णय लेगा, वह मुझे मंजूर होगा। इसके पहले शुक्रवार को हिमाचल प्रदेश में एआईसीसी के प्रभारी राजीव शुक्ला के साथ पर्यवेक्षकों ने राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर से मुलाकात की थी और उन्हें पार्टी के विजेता विधायकों की सूची सौंपकर सरकार बनाने का दावा पेश करने के लिए समय मांगा था।