चिपको आंदोलन के प्रणेता व हिमालय रक्षक नाम से मशहूर प्रख्यात पर्यावरणविद पद्मविभूषण सुंदरलाल बहुगुणा की स्मृति में रविवार को दिल्ली विधानसभा में एक सामाजिक समारोह का आयोजन कर उन्हें श्रद्धांजली अर्पित की गई। इस अवसर पर उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि सुंदर लाल बहुगुणा का व्यक्तित्व आज के युवाओं के लिए आदर्श है जिन्होंने अपना पूरा जीवन पर्यावरण और प्रकृति की रक्षा में लगा दिया।
आज वो शरीर के रूप में हमारे बीच नहीं है, लेकिन वो अपने काम, व्यक्तित्व, आदर्श और प्रेरणा के साथ सदैव हमारे जीवन से जुड़े रहेंगे। सिसोदिया ने कहा कि कि सुंदरलाल बहुगुणा का पूरा जीवन और समाज व पर्यावरण के लिए उनका त्याग आने वाली पीढिय़ों के लिए प्रेरणा बनेगा। उनका पूरा जीवन संघर्षों से भरा रहा लेकिन वो तन-मन-धन सब कुछ समर्पित कर मुस्कुराते हुए समाज के लिए काम करते रहे। वो न केवल उत्तराखंड बल्कि पूरे भारत के लिए प्रेरणा के स्रोत थे। उन्होंने कहा कि सुंदरलाल बहुगुणा जैसे महान विभूतियों ने ही अपने काम के बदौलत भारत को भारत बनाने का काम किया है।
उन्होंने कहा कि हमें सुंदरलाल बहुगुणा से ये सीखने की जरुरत है कि जिंदगी में आत्ममुग्धता काम नहीं आएगी बल्कि पेड़ और पर्यावरण ही हमारे काम आएंगे। उन्होंने कहा कि सुंदरलाल बहुगुणा सहित दिल्ली विधानसभा में लगी राष्ट्र-निर्माताओं की हर एक तस्वीर हमें राष्ट्र के प्रति उनकी कुर्बानियों को दर्शाती है। वहीं, इस अवसर पर विधानसभा अध्यक्ष राम निवास गोयल ने कहा कि सुंदरलाल बहुगुणा जिस ढंग से देश व समाज के लिए काम किया, पर्यावरण को बचाने का काम किया उसने उन्हें सदा के लिए अमर कर दिया। उन्होंने कहा कि कोरोना के कारण दिसम्बर में इस कार्यक्रम का आयोजन नहीं हो सका लेकिन आने वाले समय में दिल्ली में सुंदरलाल बहुगुणा की स्मृति में भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा। उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार उत्तराखंड की संस्कृति व वहां के लोगों का सम्मान करती है इस दिशा में हम उत्तराखंड के लोगों व समस्त दिल्लीवालों से अपील करते है कि आने वाले समय में उत्तराखंड के आइकॉन सुंदरलाल बहुगुणा की जयंती को पूरी दिल्ली में गांधी जयंती के तर्ज पर मनाया जाए।