नई दिल्ली- वीकेंड कर्फ्यू और बारिश के कारण शनिवार को भीड़भाड़ वाले बाजारों व मुख्य सडक़ों पर सन्नाटा रहा। सुबह से लेकर शाम तक सडक़ें खाली थी और लोगों की आवाजाही न के बराबर थी। दिल्ली के आईटीओ, सीपी,व अन्य बार्डर पर हर समय लोगों की भीड़ रहती है, लेकिन शनिवार को यहां भी सन्नाटा पसरा रहा। कनॉट प्लेस, लाजपत नगर, खान मार्केट, लक्ष्मीनगर मार्केट, सदर बाजार मार्केट, हौज खास सहित अन्य बाजारों में शनिवार सुबह से ही कर्फ्यू का असर दिखा, सभी बाजारों में सन्नाटा पसरा था। कॉलोनियों में परचून, दूध आदि जरूरी सामानों की दुकानें खुली नजर आईं।
कई जगह सुबह के समय सैलून व अन्य रोजमर्रा की दुकानें खुलीं थी, लेकिन बाद में पुलिसकर्मियों ने बंद करवा दिया। सुबह और देर शाम लोग घर के आसपास की दुकानों पर सामान लेते दिखे। मुख्य मार्गों पर लोग केवल निजी वाहन या सार्वजनिक वाहन में सफर करते दिखे, जबकि अंदरूनी मार्गों और गलियों में लोग पैदल आवाजाही करते दिखे। दरअसल, वीकेंड कफ्र्यू के शुरू होते ही पुलिस न केवल इलाके में गश्त करती दिखी बल्कि पिकेट लगाकर वाहनों की जांच भी कर रही थी।
ऐसे में जो लोग इसका उल्लंघन करते मिले, उनके खिलाफ चालान की कार्रवाई की गई। इसी तरह से रिंग रोड पर आजादपुर, शालीमार बाग वजीरपुर आदि इलाके में पुलिसकर्मी पिकेट लगाकर वाहनों की जांच करते दिखाई दिए। जांच के दौरान कई लोग के पास वाजिब कारण थे तो उन्हें जाने दिया गया। लेकिन उल्लंघन करने वालों का चालान भी किया गया। इस दौरान बाइक पर सवार लोगों को पुलिसकर्मी रोककर पूछताछ करते दिखे।
सडक़ों पर गश्त करते रहे पुलिसकर्मी
कफ्र्य के पहले दिन दिनभर पुलिसकर्मी मोटरसाइकिल व अन्य वाहनों से प्रमुख मार्गों और गलियों में गश्त करते नजर आए। लक्ष्मीनगर पर मिले ऑटो चालक ओमप्रकाश के मुताबिक रोजाना सुबह 12 बजे तक वह 500 रुपए कमा लेते थे, लेकिन कफ्र्य के चलते सुबह से कोई सवारी नहीं मिली।