नई दिल्ली- दिल्ली वन विभाग ने इस साल पौधारोपण की कवायद को और अधिक वैज्ञानिक बनाने के लिए मिट्टी की जांच और आंतरिक ऑडिट कराने की योजना बनाई है। इस बाबत जानकारी देते हुए वन विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि पौधारोपण कवायद पिछले साल की तरह देसी किस्मों पर केंद्रित होगी। इससे पौधों के जीवित रहने की दर में और सुधार करने में मदद मिलेगी। अधिकारी ने कहा कि दिल्ली के सभी वन प्रभागों में एक विशेष क्षेत्र में मिट्टी की विशेषताओं का पता लगाने के लिए परीक्षण किया जा रहा है। यह हमें बताएगा कि मिट्टी क्षारीय है या अम्लीय और क्या इसमें पर्याप्त पोषक तत्व, नमी और जैविक सामग्री है, जो पौधों के विकास में मदद करती है। अधिकारी ने कहा कि उदाहरण के लिए, यदि मिट्टी क्षारीय है, तो पौधे के विकास में मदद के लिए इसका इलाज करना होगा। उन्होंने कहा कि इसका उद्देश्य कवायद को और अधिक वैज्ञानिक बनाना है। अधिकारी ने कहा कि पौधारोपण करने वाली एजेंसियों को इसके फायदे और नुकसान के बारे में भी पता चलेगा और तदनुसार पौधों के जीवित रहने की दर में सुधार के लिए कदम उठाए जा सकते हैं। अधिकारी ने कहा कि अप्रैल में एक आंतरिक ऑडिट किया जाएगा, जिसका उद्देश्य किसी विशेष क्षेत्र के लिए सबसे उपयुक्त प्रजातियों और वृक्ष मृत्यु दर में भूमिका निभाने वाले कारकों का पता लगाना है।