नई दिल्ली- एसोसिएशन फॉर रीइन्वेंटिंग स्कूल एजुकेशन (अराइज़) ने नई दिल्ली के फिक्की (फेडरेशन ऑफ इंडियन चैम्बर्स ऑफ कॉमर्स एण्ड इंडस्ट्री) में एक प्रेस सम्मेलन का सफल समापन किया, जो भारत में के12 शिक्षा क्षेत्र में बदलाव को प्रोत्साहित करने की दिशा में उल्लेखनीय कदम है। इस आयोजन ने अराइज़ की मौजूदा पहलों को दर्शाने के लिए प्लेटफॉर्म उपलब्ध कराया तथा अराइज़ फ्लैगशिप कॉन्फ्रैन्स 2024 के बारे में भी विस्तार से बताया, जिसका आयोजन दिसम्बर में होना है।प्रेस सम्मेलन में वरिष्ठ लीडर्स और हितधारक मौजूद रहे। इनमें शामिल थे श्री प्रभात जैन, अराइज़ के अध्यक्ष; श्री प्रवीण राजू, अराइज़ के वरिष्ठ उपाध्यक्ष, श्री शिशिर जयपुरिया, अराइज़ के तत्काल पूर्व अध्यक्ष, मिस ज्योति विज, महानिदेशक, फिक्की और श्री विनेश मेनन, महानिदेशक एवं सीईओ, अराइज़। इस अवसर पर इनोवेशन, स्कूल शिक्षा में सुधार लाने के अराइज़ के दृष्टिकोण पर चर्चा की गई, तथा गुणवत्तापूर्ण शिक्षा की एकसमान सुलभता को सुनिश्चित करने का प्रयास किया गया।
प्रेस सम्मेलन के दौरान अपने विचार व्यक्त करते हुए श्री प्रभात जैन ने छात्रों में समग्र शिक्षा को बढ़ावा देने की अराइज़ की प्रतिबद्धता पर ज़ोर देते हुए कहा, ‘अराइज़ के सदस्य छात्रों के लिए समग्र शिक्षा में सकारात्मक योगदान देने के लिए उत्सुक हैं, वे सुनिश्चित करना चाहते हैं कि आज के छात्र 21वी सदी की चुनौतियों के लिए तैयार रहें। हम अपने प्रयासों के ज़रिए अभिभावकों को सशक्त बनाने, अध्यापकों की क्षमता निर्माण तथा आधुनिक तकनीकों के द्वारा लर्निंग को सुलभ एवं एक समान बनाने के लिए प्रयासरत है। हम फिक्की के प्रति आभारी हैं जिन्होंने अस बदलावकारी यात्रा में अपना सहयोग प्रदान किया है। मिस ज्योति विज़ ने अराइज़ की स्थापना में फिक्की की भूमिका पर रोशनी डाली तथा शिक्षा क्षेत्र की चुनौतियों को हल करने में अराइज़ के साथ सतत साझेदारी तथा राज्य में राष्ट्रीय स्तर पर नीतिगत सुधारों को समर्थन प्रदान करने के महत्व पर बात करते हुए कहा, ‘अराइज़ की स्थापना फिक्की में की गई, यह देखकर मुझे बेहद गर्व और खुशी का अनुभव होता है कि अराइज़ ने स्कूली शिक्षा में सुधार लाने के लिए उल्लेखनीय प्रयास किए हैं। फिक्की और अराइज़ आने वाले समय में भी इस महत्वपूर्ण सेक्टर को लाभान्वित करने के लिए काम करते रहेंगे।’
श्री विनेश मेनन, महानिदेशक एवं सीईओ, अराइज़न ने कहा, ‘अराइज़ देश भर के कुछ प्रतिष्ठित स्कूल उद्यमियों एवं लीडर्स का संयोजन है। स्कूली शिक्षा पर ध्यान केन्द्रित करने वाले ओद्यौगिक चैम्बर एवं स्वायत्त सगठन के रूप में अराइज़ निजी स्कूलों, सरकारी संस्थाओं, विनियामकों एवं शिक्षा समितियों, विचारकों और इनोवेटर्स के साथ काम करते हुए भारत में के-12 शिक्षा के क्षेत्र में मौजूद संभावनाओं का लाभ उठाने के लिए प्रयासरत है। हमारा उद्देश्य हमेशा से छात्रों को प्राथमिकता देना रहा है, फिर चाहे बाल सुरक्षा मैनुअल एवं टूलकिट हो या शुल्क विनियमन में मॉडल कोड, हम भारतीय छात्रों की शिक्षा में सकारात्मक परिणाम लाने के लिए निरंतर प्रयासरत रहेंगे। विषय विशेषज्ञों जैसे ईवाय-पार्थेनॉन, शरदुल अमरचंद मंगलदास के सहयोग से तथा कुछ प्रतिष्ठित सेवानिवृत आईएएस अधिकारियों जैसे श्री अनिल स्वरूप (जो स्कूल शिक्षा के पूर्व सचिव रह चुके हैं) के मार्गदर्शन में किए गए कार्य इस दिशा में अराइज़ के प्रयासों की पुष्टि करते हैं। अराइज़ ने अराइज़ फ्लैगशिप कॉन्फ्रैन्स 2024 के बारे में भी विस्तार से बताया, जिसका आयोजन 13-14 दिसम्बर 2024 को होना है। अराइज़ सम्मेलन 2024 का उद्देश्य 400 से अधिक प्रतिनिधियों को एक मंच पर लाना है, जिनमें देश-विदेश से नीति निर्माता, शिक्षक एवं विचारक शामिल हैं, जो शिक्षा में टेक्नोलॉजी की उभरती भूमिका पर चर्चा करेंगे और इस बात पर रोशनी डालेंगे कि किस तरह हम स्कूली शिक्षा के भविष्य को नया आयाम दे सकते हैं। श्री राजू ने कहा।यह सालाना आयाजन विचारों के आदान-प्रदान एवं इनोवेशन्स को दर्शाने के लिए महत्वपूर्ण मंच की भूमिका निभाएगा, जो शिक्षा के भविष्य को आयाम देंगे। स्कूल टूर से लेकर मास्टर क्लासेज़ तक, यह शिक्षकों एवं विचारकों को समग्र अनुभव प्रदान करेगा। सम्मेलन में स्कूल विज़िट, जाने-माने विशेषज्ञों द्वारा प्रमुख सत्रों, इंटरैक्टिव मास्टरक्लासेज़, एड टेक इनोवेटर्स के साथ बी2बी बैठकों का आयोजन किया जाएगा, साथ ही आधुनिक शैक्षणिक टूल्स एवं समाधानों का प्रदर्शन भी होगा। इसके अलावा पैनल चर्चा के माध्यम से स्कूली शिक्षा की विकसित होती अवधारणा, नए दौर के अध्यापन के तरीकों तथा भारत में शिक्षा के भविष्य में नीतियों एवं विनियमों की भूमिका पर भी रोशनी डाली जाएगी।साथ ही अराइज़ ने दिसम्बर 2024 में अराइज़ सम्मेलन में अराइज़ प्रिंसिपल फोरम के लॉन्च की घोषणा भी की।यह फोरम स्कूली लीडरों को ज़रूरी ज्ञान एवं टूल्स के साथ सशक्त बनाने के अराइज़ के दृष्टिकोण को दर्शाता है, जो लर्निंग का अनुकूल माहौल बनाने के लिए ज़रूरी हैं। यह प्रिंसिपल्स के लिए ऐसा मंच होगा जहां उन्हें ऐसे आधुनिक समाधानों, सर्वश्रेष्ठ प्रथाओं, चुनौतियों पर चर्चा करने का मौका मिलेगा, जो अध्यापकों एवं छात्रों के लिए शिक्षा के अनुभव को बेहतर बना सकें।’ श्री मेनन ने कहा। अराइज़ के मौजूदा प्रयास एवं आगामी सम्मेलन सशक्त एवं समावेशी शिक्षा प्रणाली के निर्माण की प्रतिबद्धता को दर्शाते हैं, जिसका उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि देश भर के छात्र तेज़ी से विकसित होती दुनिया में विकसित हो सकें।