नई दिल्ली – इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट बैंगलोर अपने नए बैचलर ऑफ बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन इन डिजिटल बिजनेस एंड आंत्रप्रेन्योरशिप प्रोग्राम के जरिए नवाचार और आधुनिक शिक्षा को बढ़ावा दे रहा है। यह प्रोग्राम डिजिटल अर्थव्यवस्था के लिए भविष्य के लीडर तैयार करने के लक्ष्य से शुरू किया गया है। इसे पूरे देश में बहुत अच्छा रिस्पॉन्स मिला है और यह भारत में ऑनलाइन अंडरग्रेजुएट बिजनेस एजुकेशन के लिए एक नया और अनोखा मॉडल बन रहा है।प्रोग्राम के पहले कोहॉर्ट ने देशभर में अपनी उल्‍लेखनीय छाप छोड़ी है: 29 राज्‍यों और 359 शहरों के 1,000+ विद्यार्थी 17 से लेकर 52 वर्ष तक की विविधतापूर्ण आयु सीमा 35.2% छात्राओं के साथ सबका प्रतिनिधित्‍व सीबीएसई (68.3%), आईसीएसई (17.1%) और स्‍टेट बोर्ड्स (12.1%) के विद्यार्थियों के साथ शैक्षणिक विविधता,पहले बैच में टेक्‍नोलॉजी, एआई, ई-कॉमर्स, एड-टेक, कंसल्टिंग और सस्‍टेनेबिलिटी जैसे विषयों के तहत 78+ स्‍टार्टअप फाउंडर्स, बीबीए डीबीई प्रोग्राम तीन साल की एक यात्रा है, जिसमें फाउंडेशनल, डिप्‍लोमा और डिग्री लेवल्‍स शामिल हैं। यह विद्यार्थियों को उनकी शैक्षणिक रुचियों के आधार पर प्रोग्राम चुनने की सहूलियत देता है। इसके पाठ्यक्रम में पहले साल में व्‍यवसाय के बुनियादी विषय होते हैं, जैसे कि संचार, सांख्यिकी, लेखा और विपणन। इसके साथ वेबसाइट डेवलपमेंट और स्‍प्रेडशीट्स में नवाचार एवं व्‍यावहारिक कौशल के लिये रचनात्‍मकता भी होती है।इसके आधार पर दूसरे वर्ष में डिजिटल मार्केटिंग, परिचालन, यूआई/ यूएक्‍स डिजाइन तथा उत्‍पाद प्रबंधन पर एडवांस्‍ड कोर्स की पेशकश होती है। अतना ही नहीं, डू योर वेंचर-1 मॉड्यूल में काम आने वाले मैक्रोइकोनॉमिक्‍स और डिजाइन थिंकिंग को भी इसमें शामिल किया जाता है।अंतिम वर्ष में रणनीतिक नेतृत्‍व और डिजिटल कौशल पर डिजिटल बिजनेस मॉडल्‍स, बिग डाटा एनालिटिक्‍स तथा कॉर्पोरेट फाइनेंस के जरिये ध्‍यान दिया जाता है। इसमें सामाजिक उद्यमिता एवं एक्‍सपोनेंशियल टेक्‍नोलॉजी शामिल हैं, जिनका समापन डू योर वेंचर-2 होता है। दुनिया के साथ अपने बढ़ रहे जुड़ाव के तहत आईआईएमबी ने जापान एमईएक्‍सटी से वित्‍तपोषित एजाइल कॉइल पहल के तहत हिरोशिमा यूनिवर्सिटी के साथ भागीदारी की है। इसमें सामाजिक उद्यमिता पर लेक्‍चर होते हैं और उत्‍कृष्‍ट विद्यार्थियों को जापान में अंतर-सांस्‍कृतिक शैक्षणिक आदान-प्रदान में भाग लेने का अवसर मिलता है।बीबीए डीबीई प्रोग्राम मजबूत शिक्षा, प्रैक्टिकल अनुभव, लीडरशिप और वैश्विक अवसरों का अनोखा मिश्रण है, जो इसे अंडरग्रेजुएट बिजनेस एजुकेशन में एक शानदार मॉडल बनाता है। तीन साल के इस प्रोग्राम को पूरा करने वाले छात्रों को आईआईएम बैंगलोर से एलुमनाई का दर्जा मिलेगा, जिससे वे भारत के सबसे प्रतिष्ठित और प्रभावशाली प्रोफेशनल नेटवर्क से जुड़ सकेंगे।