नई दिल्ली- केजरीवाल सरकार ने दक्षिणी निगम पर स्कूलों को बंद करने को लेकर लगाए थे झूठे आरोप जबकि सरकार डबल शिफ्ट के स्कूलों को सिंगल शिफ्ट में मर्ज कर रही है। यह बात एसडीएमसी के स्थायी समिति के अध्यक्ष बीके ओबरॉय ने कही। उन्होंने बताया कि दक्षिणी निगम ने अपने दो शिफ्ट वाले 29 प्राथमिक विद्यालयों को मर्ज कर सुबह की शिफ्ट में चलाने का निर्णय किया था,जब आम आदमी पार्टी द्वारा यह निराधार आरोप लगाए गए कि हमारे स्कूलों में बच्चों की संख्या कम है इसलिए हम अपने स्कूलों को बंद कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि सच्चाई यह है की अब दिल्ली सरकार स्वयं डबल शिफ्ट के स्कूलों को सिंगल शिफ्ट में मर्ज कर रही है। दिल्ली सरकार ने नवंबर 2019 में अपने 92 शाम के विद्यालयों को मर्ज करने की प्रक्रिया प्रारंभ कर दी थी,जबकि 13 जनवरी 2022 को अपने 13 विद्यालयों को मर्ज कर 6 विद्यालयों को सुबह की शिफ्ट में चलाने का आदेश जारी किया। उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार अब ये कह रही है कि बेहतर शिक्षा के लिए दिल्ली सरकार के स्कूलों को मर्ज किया जा रहा है लेकिन जब दक्षिणी निगम द्वारा ऐसा किया गया,तो हमारी छवि धूमिल करने के लिए आप पार्टी द्वारा इस बात का प्रचार किया गया कि हमने अपने स्कूलों को बंद कर दिया गया है। आम आदमी पार्टी ने हमारी छवि खराब करने का प्रयास किया था लेकिन अब उनका ही दोहरा चेहरा जनता के सामने आ गया है। उन्होंने आम आदमी पार्टी से आग्रह किया कि वे प्रेसवार्ता कर नगर निगमों पर तथ्यहीन आरोप लगाने बंद करें और दिल्ली सरकार जल्द से जल्द विकास कार्यों के लिए नगर निगमों का बकाया फंड जारी करेगी। मालुम हो कि दक्षिणी निगम के 568 विद्यालयों में वर्तमान सत्र में 93000 नए छात्रों का नामांकन हुआ है तथा मर्ज किए गए 29 विद्यालयों में पिछले 3 वर्षों के दौरान छात्रों की संख्या में उल्लेेखनीय वृद्धि हुई है जहां 2019 में 14549 विद्यार्थी थे,वहीं 2020-21 में 15327 और 2021-22 में 18303 विद्यार्थी हैं।