केरल- कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शशि थरूर के विभिन्न कार्यक्रमों में भाग लेने और सार्वजनिक हस्तियों से मिलने के लिए मौजूदा मालाबार दौरे से केरल में कांग्रेस का एक महत्वपूर्ण धड़ा परेशान है, जिनमें से कुछ को उन के इस कदम के पीछे खास एजेंडा दिखता है। प्रदेश कांग्रेस में एक नए थरूर समूह के उभार के संकेत में उनके समर्थक उन नेताओं के खिलाफ खुले तौर पर सामने आए हैं, जिन्होंने यहां युवा कांग्रेस द्वारा संघ परिवार और धर्मनिरपेक्षता के लिए चुनौतियां संगोष्ठी पर कथित रूप से अघोषित प्रतिबंध लगाया था। हालांकि, सांसद एम के राघवन समेत थरूर के अन्य समर्थकों ने कोझ्कोड जवाहर यूथ फाउंडेशन के बैनर तले इसी विषय पर एक संगोष्ठी का आयोजन करके शीर्ष नेताओं के कथित फरमान को मानने से इनकार कर दिया। इसके अलावा, राघवन ने पार्टी नेतृत्व से इस घटना की जांच शुरू करने का भी आग्रह किया ताकि यह पता लगाया जा सके कि युवा कांग्रेस द्वारा आयोजित थरूर के कार्यक्रम पर अघोषित प्रतिबंध लगाने के लिए कौन जिम्मेदार थे। तिरुवनंतपुरम से सांसद थरूर ने अपने ट्विटर हैंडल पर कोझ्कोड में युवा कांग्रेस कार्यकर्ताओं द्वारा उनका जोरदार स्वागत किए जाने का एक वीडियो पोस्ट किया। उन्होंने वीडियो के साथ ट्वीट किया, कोझ्कोड में युवा कांग्रेस कार्यकर्ताओं द्वारा शानदार स्वागत किया गया, जबकि कुछ अन्य मुझे मंच प्रदान नहीं करने के दबाव में आ गए। पार्टी में थरूर के प्रतिद्वंद्वियों को लगता है कि अपने कार्यक्रमों के माध्यम से वह राज्य में 2026 के विधानसभा चुनावों में मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के नेतृत्व वाले लेफ्ट डेमोक्रेटिक फ्रंट की हार और कांग्रेस के नेतृत्व वाले यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट की जीत की स्थिति में खुद को मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार के रूप में स्थापित करने की कोशिश कर रहे हैं। मुद्दे पर कांग्रेस की प्रदेश इकाई में जारी गहमागहमी के बीच पार्टी के वरिष्ठ नेता और वटकारा के सांसद के मुरलीधरन ने भी थरूर के समर्थन में कहा कि युवा कांग्रेस द्वारा आयोजित किए जाने वाले कार्यक्रम को रद्द करने के पीछे साजिश है। कई वरिष्ठ नेताओं के थरूर के पक्ष में बयान देने के साथ केरल प्रदेश कांग्रेस कमेटी प्रमुख के सुधाकरन ने पार्टी नेताओं को सार्वजनिक रूप से बयानबाजी से परहेज करने को कहा। उन्होंने उन खबरों को भी खारिज कर दिया कि थरूर को सार्वजनिक कार्यक्रम में उपस्थित होने से रोक दिया गया। सुधाकरन ने कहा, थरूर ने ही इससे इनकार किया था। इससे पहले, केपीसीसी के पूर्व अध्यक्ष मुरलीधरन ने कहा कि हो सकता है इस आयोजन में कांग्रेस सदस्यों के भाग लेने पर प्रतिबंध ऐसे कुछ लोगों द्वारा लगाया गया हो जो केरल में पार्टी के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार बनना चाहते हैं और हो सकता है राज्य में थरूर की गतिविधियों से खतरा महसूस कर रहे हैं। हालांकि, राज्य में कांग्रेस का एक शक्तिशाली धड़ा, खासकर युवाओं और छात्रों के बीच थरूर की बढ़ती लोकप्रियता को देखते हुए उनके मालाबार दौरे से नाराज है। पहचान जाहिर नहीं करने का अनुरोध करते हुए एक वरिष्ठ नेता ने कहा, इस कदम के पीछे एक एजेंडा है। उन्होंने दावा किया कि अपने मतभेदों को भुलाकर राज्य के सभी वरिष्ठ नेता थरूर के प्रदेश कांग्रेस में खुद को स्थापित करने के प्रयास के खिलाफ हैं।अपने मालाबार दौरे की शुरुआत करते हुए थरूर ने मलयालम साहित्यकार और ज्ञानपीठ पुरस्कार से सम्मानित एम टी वासुदेवन नायर से कोझ्कोड में मुलाकात की। सोमवार को, वह प्रसिद्ध मलयालम लेखक टी पद्मनाभन को सम्मानित करने के लिए कन्नूर जिले में एक समारोह में शामिल हुए। थरूर के कांग्रेस नीत यूडीएफ की सहयोगी इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग के नेताओं से भी मिलने का कार्यक्रम है।