उत्तराखंड- गंगोत्री धाम में व्हील चेयर चलाने वाले नेपाली मूल के एक मजदूर की दिल का दौरा पडऩे से मृत्यु हो गई। चारधाम यात्रा शुरू होने के तीन दिनों में अब तक यात्रा मार्ग पर पांच श्रद्धालुओं समेत छह व्यक्तियों की ह्रदयाघात से मृत्यु हो चुकी है। एक अधिकारी ने यह जानकारी दी। उत्तरकाशी के जिला आपदा प्रबन्धन अधिकारी देवेंद्र सिंह पटवाल ने यहां बताया कि नेपाल के रहने वाले 45 वर्षीय लाल बहादुर की सुबह करीब सवा सात बजे ह्रदयाघात से मृत्यु हो गई। उन्होंने बताया कि बहादुर यात्रा मार्ग पर श्रद्धालुओं के लिए व्हील चेयर चलाता था। पटवाल ने बताया कि इससे पहले, यमुनोत्री धाम जाते हुए पांच बुजुर्ग तीर्थयात्रियों की दिल का दौरा पडऩे से मृत्यु हो गई थी। पटवाल ने बताया कि पांचों श्रद्धालुओं की मृत्यु जानकीचट्टी से यमुनोत्री मंदिर के बीच पैदल रास्ते में हुई है।उन्होंने बताया कि शाम यमुनोत्री के दर्शन कर लौट रहे उत्तर प्रदेश के सुल्तानपुर जिले के जयालपुर के रहने वाले 72 वर्षीय रामयज्ञ तिवारी की दिल का दौरा पडऩे से मृत्यु हो गई थी।उन्होंने बताया कि  देर शाम हुई एक अन्य घटना में मध्य प्रदेश के इंदौर की रहने वाली 62 वर्षीया सुनीता खडीकर को दिल का दौरा पड़़ा था। उन्हें तुरंत बडकोट सामुदायिक चिकित्सा केंद्र ले जाया गया जहां उनकी मृत्यु हो गई। अधिकारी ने बताया कि इससे पहले, एक महिला सहित तीन श्रद्धालुओं की मृत्यु कपाट खुलने वाले दिन मंगलवार को हुई थी जिनकी पहचान उत्तर प्रदेश के सिद्धार्थ नगर निवासी अनिरुद्ध प्रसाद जायसवाल 65, राजस्थान के डूंगरपुर के कैलाश चौबीसा 63 और मध्य प्रदेश के जबलपुर की शकुन परिहार 63 के रूप में हुई है। साढे दस हजार फीट से ज्यादा उंचाई पर स्थित यमुनोत्री धाम के कपाट अक्षय तृतीया पर श्रद्धालुओं के लिए खोले गए थे। यमुना नदी के बाएं किनारे पर स्थित यमुनोत्री मंदिर तक पहुंचने के लिए छह किलोमीटर की चढ़ाई वाला पैदल रास्ता तय करना पड़ता है।