नई दिल्ली- नगरपालिका परिषद (एनडीएमसी) ने अपनी परिषद की बैठक में हरित ऊर्जा, स्मार्ट सडक़ों और सीवर उपचार संयंत्र के प्रस्तावों को मंजूरी दे दी है। एनडीएमसी उपाध्यक्ष सतीश उपाध्याय ने बुधवार को पत्रकारों को संबोधित करते हुए बताया कि भारत के प्रधान मंत्री ने स्वच्छ भारत मिशन की घोषणा की है और भारत आजादी के 75 वें वर्ष को आजादी का अमृत महोत्सव के रूप में माना रहा है, इसलिए एनडीएमसी भारत के प्रधान मंत्री के दृष्टिकोण को पूरा करने के लिए सच्ची भावना से सभी पहल कर रहा है। उन्होंने बताया कि भारत की स्वच्छ और हरित राजधानी बनाने के लिए एनडीएमसी ने 2025 तक एनडीएमसी की 100 प्रतिशत नवीकरणीय ऊर्जा को स्थानांतरित करने के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए हरित ऊर्जा पहल की शुरुआत की है। उपाध्याय ने बताया की पालिका परिषद एक पावर डिस्कॉम है और खुद को एक पूर्ण हरित ऊर्जा उपभोक्ता बनाने का इरादा रखती है। पालिका परिषद ने देश के 100 प्रतिशत नवीकरणीय ऊर्जा नगर निकाय में स्थानांतरित होने की महत्वाकांक्षी यात्रा शुरू की है। पालिका परिषद ने थर्मल पावर जनरेटिंग स्टेशनों के साथ अपने बिजली खरीद समझौते की समाप्ति के बाद इसे नवीनीकृत नहीं करने का निर्णय लिया है। अब पालिका परिषद पनबिजली और सौर ऊर्जा सहित केवल अक्षय ऊर्जा प्रदाताओं के साथ नए खरीद समझौते ही करेगी। इस दौरान पालिका परिषद के अध्यक्ष धर्मेंद्र, सदस्य वीरेंद्र सिंह कादियान, कुलजीत सिंह चहल, गिरीश सचदेवा, विशाखा सैलानी, ईडीएमसी आयुक्त विकास आनंद, ईशा खोसला सहित अन्य लोग शामिल रहे।