नई दिल्ली- कार्बन उत्सर्जन को कम करने के मकसद से सरकार ने ग्रीन स्टील को अनिवार्य किया है. भारत फोर्ज के डिप्टी एमडी अमित कल्याणी ने कहा, ग्रीन स्टील को अनिवार्य करना इंडस्ट्री के लिए अच्छा कदम है. अगर सरकार की तरफ से इस तरह के प्रस्ताव आते हैं तो इंडस्ट्री को बूस्ट मिलता है. भारत का पहला ग्रीन स्टील है. उन्होंने कहा, कार्बन उत्सर्जन कम करना जरूरी है.अमित कल्याणी के मुताबिक, स्क्रैप से इनपुट कॉस्ट घटाने में मदद मिलेगी. पॉलिसी के तौर पर ऐसी पहल से इम्पोर्ट निर्भरता कम कर सकते हैं. ब्रांड इंडिया स्टील से भारतीय स्टील उद्योग को पहचान मिलेगी. स्पेशियलिटी स्टील पीएलआई के लिए कल्याणी स्टील ने एप्लिकेशन दी है . ज्यादातर उत्पादन कल्याणी स्टील के अंतर्गत है.केंद्रीय इस्पात मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने भारत फोर्ज को ग्रीन स्टील के लिए शुभकामनाएं दी है. उन्होंने कहा, ग्रीन स्टील आज की जरूरत है और इसकी मैन्युफैक्चरी लगातार बढ़ रही है. पीएम मोदी के नेतृत्व में भारत 5वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था हो चुकी है. अर्थव्यवस्था के विकास में स्टील की भूमिका महत्वपूर्ण है. 2030 तक 300MT स्टील उत्पादन का लक्ष्य है. प्रति व्यक्ति स्टील की खपत बढ़ी है. रिन्युएबल एनर्जी का इस्तेमाल कर स्टील सेक्टर में 10-15% कार्बन उत्सर्जन कम किया जा सकता है. 120MT स्टील स्क्रैप से मिल रहा है. 20% स्टील उत्पादन सरकारी ख़रीद में इस्तेमाल किया जा रहा है.