नई दिल्ली- दिल्ली विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष रामवीर सिंह बिधूड़ी ने नई शराब नीति के तहत राजधानी में रात 3 बजे तक बार और रेस्टोरेंट्स खोलकर शराब सर्व करने की छूट देने के केजरीवाल सरकार के फैसले को राजधानी के लिए घातक और दुर्भाग्यपूर्ण करार दिया है। उन्होंने कहा है कि यह फैसला सिर्फ सरकारी खजाना भरने के लिए है। इससे दिल्ली की संस्कृति, कानून-व्यवस्था और सुरक्षा के लिए भारी खतरा पैदा होगा। बिधूड़ी ने उपराज्यपाल से अनुरोध किया है कि वह इस मामले पर सर्वदलीय बैठक बुलाने की पहल करें। बिधूड़ी ने कहा है कि दिल्ली में बार और रेस्टोरेंट रात 11 बजे तक खुला करते थे लेकिन नई शराब नीति के तहत अब उन्हें 3 बजे तक खोलने की छूट से दिल्ली का जीवन पूरी तरह चौपट हो जाएगा। मीडिया में आई खबरों के अनुसार दिल्ली पुलिस भी इस फैसले के पक्ष में नहीं है लेकिन दिल्ली सरकार ने टैक्स के लालच में यह फैसला लेते हुए पुलिस से भी सलाह-मश्वरा करने की जरूरत नहीं समझी। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि नई शराब नीति के तहत सरकार ने किसी नियम-कायदे या परंपरा की परवाह नहीं की। अब दीवाली, रामनवमी और होली पर भी शराब के ठेके खोले जा रहे हैं जो हिंदू संस्कृति के साथ क्रूर मजाक है। ड्राई डे 21 से घटकर 3 किए जा चुके हैं। गली-गली में शराब की दुकानें खोलने के लिए मास्टर प्लान के नियमों की परवाह नहीं की गई और नॉन-करफर्मिंग और रेजिडेंशियल इलाकों में भी शराब के ठेके खोल दिए गए हैं जिससे छोटी उम्र के बच्चे भी शराबी बन रहे हैं। शराब की क्वालिटी पर भी सरकार का कोई नियंत्रण नहीं रहा क्योंकि अब शराब की क्वालिटी की जांच का अधिकार भी शराब ठेकेदारों को ही दे दिया गया है। उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार ने नई शराब नीति में वही सब फैसले किए हैं जो शराब ठेकेदार चाहते थे। यहां तक कि उनका कमीशन भी 2 फीसदी से बढ़ाकर 12 फीसदी कर दिया गया है। इन सब फैसलों से भ्रष्टाचार और स्कैंडल की साफ झलक मिलती है। बिधूड़ी ने स्पष्ट तौर पर कहा कि भाजपा इस सारी स्थिति को मूक दर्शक बनकर नहीं देख सकती।