नई दिल्ली- भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष आदेश गुप्ता ने कहा कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के कुप्रबंधन,भ्रष्टाचार व सस्ती राजनीतिक लोकप्रियता के कारण दिल्ली की अर्थव्यवस्था लगातार गिर रही है। आज दिल्ली की जीडीपी ग्रोथ 3.9 प्रतिशत हो गई है जबकि देश की जीडीपी ग्रोथ 8.2 प्रतिशत है। इसका अर्थ है कि वित्तीय कुप्रबंधन व भ्रष्टाचार में दिल्ली सरकार लिप्त है। गुप्ता ने केजरीवाल से बिजली के दामों पर अधिभार में की गई वृद्धि एवं बिजली की अन्य समस्याओं को लेकर मिलने का समय मांगते हुए कहा कि केजरीवाल के पास अगर दिल्ली के आम लोगों की समस्याओं के निराकरण के लिए समय नहीं है तो एक जिम्मेदार विपक्ष होने के नाते भाजपा प्रचंड प्रदर्शन करेगी। क्योंकि दिल्ली में बिजली के नाम पर लूट जारी है। फिक्स चार्ज के नाम पर केजरीवाल सरकार द्वारा अवैध रुप से वसूले गए 11000 करोड़ रुपए तुरंत वापस करें। गुप्ता ने कहा कि रेवडिय़ां बांटने का परिणाम है कि आज दिल्ली का रेवेन्यू 61891 करोड़ रुपए का है जबकि खर्चा 71085 करोड़ रुपए का है। सीएजी ने अपनी रिपोर्ट में चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि दिल्ली सरकार का सब्सिडी के रूप में 2015-16 का 1,867.61 करोड़ रुपए से बढक़र 2019-20 में 3592.94 करोड़ रुपए हो गया। आज सब्सिडी लगभग 6700 करोड़ रुपए हो गई है, लेकिन ये बड़ी हुई सब्सिडी जनता की भलाई की जगह बिजली कंपनियों के मालिकों, केजरीवाल और उनके नेताओं की जेब में जा रहा है। आदेश गुप्ता ने कहा कि केजरीवाल कहते रहते हैं कि दिल्ली सरकार का बजट सरप्लस में है और उनके ऊपर कोई कर्ज नहीं है, लेकिन सच्चाई इससे विपरीत है क्योंकि आज केजरीवाल सरकार के ऊपर केंद्र सरकार का 38506 करोड़ रुपए का बकाया है। केजरीवाल के कुप्रबंधन का ही प्रमाण है कि दिल्ली जलबोर्ड के ऊपर 67000 करोड़ रुपए, डयूसिब के ऊपर 1620 करोड़ रुपए, बिजली सप्लाई करने वाली कंपनी के ऊपर 3326 करोड़ रुपए, प्रगति पावर कॉरपरेशन के ऊपर 707 करोड़ रुपए और डीटीसी के ऊपर 11673 करोड़ रुपए का बकाया है।