नोएडा – देश की जानी- मानी अल्को-बेव कंपनियों में से एक डियाजियो इंडिया ने दिव्यांगजनों के विकास लिए स्किल काउंसिल के साथ साझेदारी की है। इस साझेदारी का उद्देश्य ‘लर्निंग फॉर लाइफ’ कार्यक्रम द्वारा वित्त वर्ष 2024 में लगभग 300 से भी ज़्यादा छात्रों को फूड एंड बेवरेज सर्विसेज में प्रशिक्षित कर रोजगार देना है। नोएडा केंद्र में प्रशिक्षित 85 छात्रों के लिए दीक्षांत समारोह आयोजित किया गया। इस अवसर पर डियाजियो इंडिया के कॉरपोरेट रिलेशंस डायरेक्टर श्री देवाशीष दासगुप्ता, स्किल काउंसिल फॉर पर्सन्स विद डिसएबिलिटी के सीईओ श्री रविंद्र सिंह, और होटल क्राउन प्लाजा, सैंडल सूट्स बाय लेमन ट्री, तथा गोदरेज प्रॉपर्टीज के वरिष्ठ लीडर्स मौजूद रहे। वर्ष 2023 में, डियाजियो इंडिया ने अपने ‘लर्निंग फॉर लाइफ’ प्रोग्राम को बढ़ा कर उसमें दिव्यांगजनों को भी शामिल किया था। ताकि उन्हें बिज़नेस और हॉस्पिटैलिटी के क्षेत्र में काम करने के लिए तैयार किया जा सके। इस प्रोग्राम में तीन महीने का आवासीय प्रशिक्षण दिया जाता है। यह प्रशिक्षण कार्यक्रम नोएडा और बेंगलुरु में एससीपीडब्ल्यूडी से संबद्ध प्रशिक्षण केंद्रों पर होता है। जिसमें प्रमाणित प्रशिक्षक और मूल्यांकनकर्ता होते हैं। इन केंद्रों पर लगभग 200 छात्र प्रशिक्षण ले चुके हैं। जिससे वे हॉस्पिटैलिटी के क्षेत्र में उज्ज्वल करियर बनाने के लिए तैयार हो गए हैं। छात्रों को फूड एंड बेवरेज सर्विसेज, इंटरपर्सनल स्किल्स, रोजगार कौशल और संवाद कौशल में प्रशिक्षित किया जाता है। जिससे वे हॉस्पिटैलिटी क्षेत्र में काम करने के लिए पूरी तरह से तैयार हो सकें। प्रशिक्षण के बाद, छात्रों को एससीपीडब्ल्यूडी के प्लेसमेंट पार्टनर्स जैसे एकॉर होटल, गोदरेज प्रॉपर्टीज, लेमन ट्री होटल, और हिल्टन होटल्स इंडिया में रोजगार दिया जाता है। इसमें कोई दो राय नहीं कि इन सभी ने मिलकर एक समावेशी हॉस्पिटैलिटी उद्योग बनाने की एकजुट कोशिश की है।डियाजियो इंडिया के कॉर्पोरेट रिलेशंस डायरेक्टर, देवाशीष दासगुप्ता ने बताया कि,एससीपीडब्ल्यूडी के साथ हमारी साझेदारी समावेशिता को बढ़ावा देने और कौशल विकास द्वारा समुदायों को सशक्त बनाने की हमारी प्रतिबद्धता को दिखाती है। ‘लर्निंग फॉर लाइफ’ कार्यक्रम हमारी मदद करता है कि हम अपने मूल्यों को सभी के साथ बांट सकें। जिसमें हम दिव्यांगजनों को हॉस्पिटैलिटी क्षेत्र में सफल होने के लिए सभी जरूरी विशेषज्ञता देते हैं। एससीपीडब्ल्यूडी और हमारे प्लेसमेंट पार्टनर्स के साथ मिलकर हम भरपूर कोशिश कर रहे है कि यह उद्योग सभी के लिए अधिक प्रतिनिधित्वशील और समान बन सके।दिव्यांगजन स्किल काउंसिल के सीईओ, रविंद्र सिंह ने कहा कि,समावेशिता और विविधता को बढ़ावा देने में डियाजियो इंडिया की अहम भूमिका दूसरों के लिए एक बेहतरीन उदाहरण है। हम मिलकर रोजगार के अवसर तो बना रहे हैं, पर उस से भी बड़ी बात हम उन रुकावटों को भी दूर करने में लगे हैं, जिस कारण पहले दिव्यांगजनों को मुख्य रोजगार मिलने में परेशानी होती थी।इस प्रशिक्षण कार्यक्रम से लाभ उठाने वाले रोहित राणा ने कहा कि,लंबे समय तक मुझे यह नहीं पता था कि मेरे जैसे किसी व्यक्ति को कभी नियमित नौकरी मिल सकती है या नहीं। मैं सोचता थी कि क्या मेरे पास सही कौशल हैं और कार्यस्थल पर लोग मेरे साथ कैसा व्यवहार करेंगे। लेकिन ‘लर्निंग फॉर लाइफ’ कार्यक्रम ने सब कुछ बदल दिया। इसने मुझे एक मंच और जरूरी प्रशिक्षण दिया, और अब मैं आत्मविश्वास और उज्ज्वल भविष्य की उम्मीदों के साथ हॉस्पिटैलिटी उद्योग में शामिल होने के लिए तैयार हूं।