केरल- मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने यह कहते हुए केंद्र सरकार पर हमला बोला कि वह देश में सहकारी क्षेत्र को नष्ट करने का प्रयास कर रही है। विजयन ने कहा कि देश में लोगों के जीवन में सौ साल पुराने सहकारी क्षेत्र की अहम भूमिका है। यहां अखिल भारतीय सहकारी सप्ताह का उद्घाटन करते हुए विजयन ने कहा कि नागरिक समाज ने सहकारी क्षेत्र में किए गए बदलावों पर व्यापक चर्चा की है और राज्य सरकार ने उस पर अपनी चिंता सामने रखी है। विजयन ने कहा, उच्चतम न्यायालय ने व्यवस्था दी है कि सहकारी क्षेत्र पर राज्यों का अधिकार है। यह केंद्र सरकार की नीति को एक बड़ा झटका है। नोटबंदी के माध्यम से हमारे सहकारी क्षेत्र को नष्ट करने की कोशिश की गई जिससे हम उबर चुके हैं। उन्होंने कहा कि देश के संवैधानिक संस्थानों को नष्ट करने की चेष्टा की गई है और केंद्र सरकार सहकारी क्षेत्र पर हमला करने के लिए ऐसे संस्थानों का इस्तेमाल कर रही है। मुख्यमंत्री ने कहा, वह केंद्र नए आदेश जारी कर सहकारी क्षेत्र में दखल देने की कोशिश कर रहा है। हमारा संघीय देश है लेकिन हमारे संघीय कानूनों को धता बताते हुए कई दखल दिए जा रहे हैं। इन सभी दखलों का सहकारी क्षेत्र पर बहुत बुरा असर पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि देश पिछले तीन दशकों से उच्चतम महंगाई से जूझ रहा है लेकिन केरल वाम सरकार के साथ-साथ सहकारी क्षेत्र के बहुआयामी दखल के कारण राज्य में निम्न मुद्रास्फीति बनाने में सफल रहा है। विजयन ने कहा, नोटबंदी से सहकारी क्षेत्र एवं वित्तीय संस्थानों को पंगु बनाने की चेष्टा की गई लेकिन हम उससे भी उबर गए। उन्होंने यह भी आरोप लगाया है कि हमारी सहकारी सोसाइटी कालेधन जमा करती हैं।