बिहार – विधानसभा शीतकालीन सत्र का चौथा दिन भी हंगामें की भेंट चढ़ गया. कार्यवाही शुरू होते ही विपक्षी दलों ने हंगामा करना शुरू कर दिया. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के इस्तीफे की मांग विपक्ष कर रहा है. कार्यवाही शुरू होते ही बीजेपी के विधायक वेल में पहुंच गए और सीएम नीतीश के अमर्यादित बयान को लेकर विरोध करते रहे. जिसके बाद स्पीकर ने सदन की कार्यवाही को दोपहर दो बजे तक के लिए स्थगित कर दिया है. वहीं, सदन के बाहर भी विपक्ष ने जमकर मुख्यमंत्री के खिलाफ नारे लगाए.बता दें कि विधानमंडल में आज आरक्षण संशोधन बिल 2023 पेश किया जाना है. जिसको लेकर ये भी कहा जा रहा है कि तेजस्वी यादव के जन्मदिन पर इस बिल को पेश किया जा रहा है. जो की बिहार की जनता के लिए उनके तरफ से तौहफा है, लेकिन विपक्ष के हंगामें के कारण कार्यवाही हो ही नहीं पा रही है. आरक्षण कोटा बढ़ाने को लेकर बिल पेश किया जाएगा. हालांकि आपको बता दें कि इस बिल को पहले ही सबका समर्थन मिल चुका है. ऐसे में इस बिल को पास होने में कोई भी परेशानी नहीं होगी, लेकिन बड़ी बात ये है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के सदन में महिलाओं को लेकर दिए बयान के कारण आज भी सदन की कार्यवाही हंगामें की भेंट चढ़ गई. वहीं, विधानसभा की कार्यवाही शुरू होने से पहले ही विधानसभा परिसर में बीजेपी विधायकों ने जोरदार प्रदर्शन कर विरोध जताया है. विधानसभा के गेट पर बीजेपी के सभी विधायकों ने हाथों में तख्तियां लेकर नीतीश कुमार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की है. इस दौरान बीजेपी विधायकों ने नीतीश कुमार इस्तीफा दो के नारे लगाए. बता दें कि सीएम नीतीश कुमार ने विधानसभा में जनसंख्या दर में कमी को लेकर बयान देने के दौरान महिलाओं को लेकर अपमानजनक टिप्पणी कर दी. जिसके बाद से ही विपक्ष आगबबुला है और नीतीश से इस्तीफे की मांग कर रहा है.बुधवार को बीजेपी की महिला विधायकों ने भी नीतीश कुमार के खिलाफ विरोध जताया था और नीतीश कुमार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की थी. सीएम के विधानसभा में दिए बयान को पीएम मोदी ने भी निंदा करते हुए मध्य प्रदेश की रैली से प्रहार किया था. ऐसे में एक बात तो तय है कि नीतीश कुमार ने भले ही इस मुद्दे पर माफी मांग ली हो, लेकिन बीजेपी इस मुद्दे को हाथ से जाने नहीं देना चाहती है.