नई दिल्ली- हमें बैटरी स्टोरेज में अक्षय ऊर्जा को स्टोर करने के लिए स्टोरेज की आवश्यकता है। बैटरियों के मानकी करण से ईवी अपनाने में तेजी आ सकती है, हमें बैटरी ऊर्जा भंडारण प्रणाली के मानकी करण की भी आवश्यकता है। आने वाले वर्षों में ऑटो मोबाइल एक महत्वपूर्ण उद्योग होगा और 2030 तक बैटरी तकनीक की मांग बहुत ज्यादा होगी, जिससे मेक इन इंडिया पहल को मजबूती मिलेगी। यह बात केन्द्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कही। उन्होनें उम्मीद है किया की अगले पांच साल में सभी वाहन इलेक्ट्रिक होंगे,जिससे प्रदूषण में कमी भी होगी। मैं इलेक्ट्रिक वाहन व्यवसाय से जुड़े सभी लोगों को प्रोत्साहित करता हूं कि वे मिलकर काम करें और स्वच्छ व हरित भविष्य हेतु अभिनव समाधान विकसित करके एक बेहतर देश बनाएं। डॉ. राहुल वालावलकर ने कहा हालिया वर्षों में भारत ग्रीन हाइड्रोजन और ई-मोबिलिटी क्षेत्र में वैश्विक नेता बनकर उभरा है और इसे अपनाने की दर को बढ़ाने के लिए पर्याप्त प्रयास किए गए हैं।