नई दिल्ली- दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने लोकनायक जयप्रकाश अस्पताल में एक उच्च तकनीक वाले चिकित्सा उपकरण का उद्घाटन किया। यह उपकरण कैमरे के माध्यम से मूत्राशय की समस्याओं का पता लगा सकता है और इससे मूत्र संबंधी व जठरांत्र संबंधी रोगों से पीडि़त बच्चों के इलाज में मदद मिलेगी। उधर, इस प्रणाली का उद्घाटन करते हुए कहा जैन ने कहा कि हमने अस्पताल में एक यूरोडायनामिक वीडियो सिस्टम स्थापित किया है जिसका उपयोग 12 साल तक के बच्चों में मूत्र संबंधी विसंगतियों के निदान और उपचार के लिए किया जाता है। इससे डॉक्टरों को बच्चों में प्रारंभिक अवस्था में स्थितियों का पता लगाने में मदद मिलेगी जो गंभीर जटिलताओं को रोक सकती हैं। इस प्रणाली का उपयोग अन्य गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल रोगों के निदान और उपचार के लिए भी किया जा सकता है। वहीं, अस्पताल के डॉक्टरों ने बताया कि इस पूरे सिस्टम को वीडियो-यूरोडायनामिक सिस्टम कहा जाता है। इस प्रणाली में मूत्राशय की गतिशीलता का अध्ययन करने के लिए उन्नत उपकरण लगे हैं और यह मूत्र संबंधी विसंगतियों और रोगों वाले बच्चों के प्रबंधन के लिए आवश्यक है। यह उपकरण मुख्य रूप से मूत्र संबंधी समस्याओं के साथ पैदा होने वाले बच्चों के इलाज में एक महत्वपूर्ण कदम साबित होगा। यह बीमारी समय पर इलाज न होने के कारण बाद में और भी जटिल समस्याओं का रूप ले लेती है। बाल चिकित्सा की सर्जिकल यूनिट में ज्यादातर यूरोलॉजिकल विसंगतियां वाले मामलों होते हैं। ऐसे में यह प्रणाली बीमारी का जल्द पता लगाने में मदद करेगी। वक्त रहते इलाज मिल पाने से समस्या आगे नहीं बढ़ती। उम्र बढऩे के बाद इन समस्याओं का इलाज जटिल होता जाता है और कई बार तो गुर्दे के प्रत्यारोपण की आवश्यकता भी पड़ जाती है। इस मशीन के आने से अब बच्चों के अंदर पनप रहे किसी भी प्रकार की मूत्राशय संबंधी समस्या का उपचार किया जा सकेगा। डॉक्टरों ने बताया कि इस प्रणाली का उपयोग मूत्र संबंधी समस्याओं के अलावा गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल रोगों के इलाज और निदान के लिए भी किया जा सकता है, जैसे कि गुदा-नाल और अन्नप्रणाली के दबाव को मापना। यह इलाज के लिए भी उपयोगी है और बीमारी से प्रभावित बच्चों में मूत्र और मल नियंत्रण में सुधार के लिए महत्वपूर्ण बायो-फीडबैक को स्क्रीन पर दर्शाता है। इससे बच्चे को निदान के दौरान करने वाली प्रक्रियाओं को करने में आसानी होती है।