नोएडा –  आयोजित “चाँद साज़” कार्यक्रम ने बैसाखी की रात को सुरों, संस्कृति और परंपरा की एक यादगार शाम में बदल दिया। शहर के प्रमुख सांस्कृतिक ठिकानों में से एक, At Live जहाँ हर शाम संगीत, स्वाद और ऊर्जा से भरपूर होती है, उस दिन पूर्णिमा की चांदनी में पंजाब की मिट्टी की सौंधी महक और लोक संस्कृति की मिठास से महक उठा। कार्यक्रम में जब मंच पर विजय यमला, अमित यमला, कुदरत कौर, हैप्पी कौर और आदिल खान जैसे कलाकारों ने ढोल, सारंगी और लोक गायकी के संग अपने सुरों का जादू बिखेरा, तो उपस्थित दर्शकों को ऐसा अनुभव हुआ जैसे पंजाब खुद नोएडा आ पहुँचा हो। “चाँद साज़” के माध्यम से पारंपरिक पंजाबी संगीत को आधुनिक मंच मिला, जो दर्शकों के दिलों को छू गया। इस कार्यक्रम के दौरान At Live की संस्थापक स्मृति ने अपने विचार साझा करते हुए कहा, “हमारा उद्देश्य केवल मनोरंजन नहीं है, बल्कि हम अपनी सांस्कृतिक धरोहर और परंपराओं को अगली पीढ़ी तक पहुँचाना चाहते हैं। जब हम संगीत और कला को इस तरह से पेश करते हैं, तो यह न केवल हमारे समाज को जोड़ता है, बल्कि संस्कृति के प्रति एक नई समझ और सम्मान भी उत्पन्न करता है।”

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