दिल्लीवालों ने माना, भाजपा अपने 15 सालों के शासन में पूरी तरह हुई फेल

नई दिल्ली। भाजपा शासित एमसीडी में बदलाव को लेकर दिल्ली की जनता बेताब है। एमसीडी में बदलाव अभियान के लिए 6 लाख से अधिक लोगों ने ली सदस्यता ले ली है। यह बात आम आदमी पार्टी के एमसीडी प्रभारी दुर्गेश पाठक ने बुधवार को बयान जारी कर कही। उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी (आप) के ‘एमसीडी में बदलाव’ अभियान के तहत हमने दिल्ली की जनता से एमसीडी से जुड़े कई प्रश्न किए। हमने लोगों से एमसीडी में भ्रष्टाचार, स्वच्छता, घोटालेस कर्मचारियों की हड़ताल आदि को लेकर सवाल किए तो सभी ने माना कि भाजपा अपने 15 सालों के शासन में पूरी तरह फेल साबित हुई है। दिल्ली की जनता का कहना है कि ‘आप’ सरकार ही एमसीडी में बदलाव ला सकती है, एमसीडी की बिगड़ी हालत को सुधार सकती है। इसलिए एमसीडी में भी अरविंद केजरीवाल की सरकार ही होनी चाहिए। दुर्गेश पाठक ने कहा कि आम आदमी पार्टी ने 5 दिसंबर को पूरी दिल्ली में ‘एमसीडी में बदलाव’ कैंपेन को चलाया। पिछले 15 सालों से भाजपा एमसीडी की सत्ता में है। इस अभियान के तहत हमने दिल्ली की जनता से बातचीत की। हम दिल्ली में रहने वाले एक-एक व्यक्ति के घर जाकर संवाद कर रहे हैं। हमने उन लोगों से कुछ प्रश्न किए कि क्या आपकी गली साफ है? क्या आपके घर के बाहर सफाई रहती है या कूड़ा लगा रहता है? आपके मोहल्ले में कूड़े का अंबार लगा हुआ है या नहीं? तो सभी से यही जवाब आया कि हर तरफ सिर्फ और सिर्फ कूड़ा है। पूरी दिल्ली नर्क बन चुकी है। सभी ने माना कि भाजपा अपने 15 सालों के शासन में पूरी तरह फेल साबित हुई है।

करीब 99 प्रतिशत लोगों ने कहा, घर बनाने के लिए भाजपा पार्षद को देने पड़े पैसे
हमने एमसीडी में हो रहे भ्रष्टाचार को लेकर जनता से प्रश्न किए। उनसे पूछा कि क्या आपने कोई घर बनवाया? अगर बनवाया तो क्या आपको एमसीडी के पार्षदों को पैसे देने पड़े? लगभग 99 प्रतिशत लोगों ने कहा कि उन्हें घर के लिए भाजपा के पार्षद को पैसे देने पड़े। मैं दिल्ली की जनता से पूछना चाहता हूं कि क्या आपको नहीं लगता है कि आपको इससे निजात मिलना चाहिए? दिल्ली देश की राजधानी है, क्या आपको नहीं लगता है कि जब कोई दिल्लीवासी अपना घर बनाए तो उसे घूस के पैसे न देने पड़ें? उस घर को लेकर कोई भ्रष्टाचार न हो, कोई लूट न हो। लोगों ने खुलकर माना कि एमसीडी में ‘आप’ सरकार होगी तो इस प्रकार की लूट से उन्हें छुटकारा मिलेगा।