दिल्ली में बढ़ते कोरोना के मामले को लेकर नेता प्रतिपक्ष रामवीर सिंह बिधूड़ी ने दिल्ली सरकार पर उचित व्यवस्था न कर पाने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि सरकार ने बंदिशें तो लागू कर दी हैं, लेकिन जनता के लिए न तो कोई इंतजाम किया और न ही कोई विकल्प दिया है। बिधूड़ी ने कहा कि दिल्ली सरकार अब ओमीक्रोन के कम्युनिटी स्प्रेड की आशंका व्यक्त कर रही है जो कि बहुत भयावह हो सकती है। इसके लिए दिल्ली सरकार की लापरवाही ही पूरी तरह जिम्मेदार है। उन्होंने ने कहा कि दिल्ली सरकार ने येलो अलर्ट के तहत राजधानी में मेट्रो और बसों में यात्रा करने के लिए 50 फीसदी कैपेसिटी की ही अनुमति दी है। लेकिन सवाल यह है कि जनता अपने कामकाज पर कैसे पहुंचे, जनता बेबस हो गई है और सडक़ों पर प्रदर्शन करने पर मजबूर हो रही है। मेट्रो स्टेशनों पर लंबी लाइनें लग रही हैं जिनमें सोशल डिस्टेंसिंग जैसे नियमों का उल्लंघन हो रहा है। इससे तो कोरोना पर नियंत्रण की बजाय और फैलने का खतरा बढ़ रहा है। यह सब इसलिए है कि दिल्ली सरकार ने बंदिशें तो लागू कर दीं लेकिन जनता के सामने कोई विकल्प नहीं छोड़ा। दिल्ली में पिछले सात साल से एक भी बस नहीं खरीदी गई, जबकि आम आदमी पार्टी ने 11 हजार बसों की खरीद का वादा किया था। दिल्ली सरकार ने पिछले दिनों एक हजार प्राइवेट बसों को किराए पर लिया था, लेकिन वह बसें भी सडक़ों पर दिखाई नहीं दे रहीं। बसों में भारी भीड़ है और लोगों की जान जोखिम में पड़ रही है। बसें न होने के कारण पूरी तरह अराजकता वाली स्थिति बन गई है। बाजारों में भी सरकारी मशीनरी भीड़ पर नियंत्रण करने में पूरी तरह नाकाम रही है।