सोनीपत – स्वच्छ और टिकाऊ ऊर्जा को बढ़ावा देने के प्रयास में, वोल्ट एनर्जी जो भारत की उभरती हुई क्लीन-टेक कंपनियों में से एक है, ने डेको ग्रुप के कुंडली, सोनीपत स्थित प्लांट में 300 किलोवाट की रूफटॉप सोलर परियोजना को सफलतापूर्वक चालू कर दिया है। डेको ग्रुप उपभोक्ता इलेक्ट्रॉनिक्स निर्माण में अग्रणी है। इस परियोजना की मदद से कंपनी की बिजली ग्रिड पर निर्भरता में 25% की कमी आई है, जो उसके पर्यावरण, सामाजिक और प्रशासनिक लक्ष्यों को मजबूत करती है। यह सोलर प्लांट 30,000 वर्ग फुट की छत पर फैला है और सालाना लगभग 3.67 लाख यूनिट (kWh) स्वच्छ बिजली उत्पन्न करेगा। यह हर साल 400 मीट्रिक टन से अधिक कार्बन डाइऑक्साइड उत्सर्जन को रोकने के बराबर है – यानी लगभग 6,000 पेड़ लगाने या 90 कारों को सड़क से हटाने जितना असर। यह परियोजना रूफटॉप सोलर जैसी वितरित ऊर्जा संसाधनों की शक्ति का एक बेहतरीन उदाहरण है, वोल्ट एनर्जी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी और संस्थापक श्री ऋषभ देव बजाज ने कहा। “हमने डेको ग्रुप के इस बड़े औद्योगिक रूफटॉप क्षेत्र का उपयोग करके एक एक अप्रयुक्त स्थान को ऊर्जा पैदा करने वाले साधन में बदल दिया है, जिससे सीधे तौर पर जलवायु संरक्षण और लंबे समय में लागत की बचत में मदद मिल रही है। हमें विश्वास है कि वोल्ट, कंपनियों के लिए बिना किसी तकनीकी या वित्तीय जोखिम के सोलर पर जाना आसान बनाता है, और हमें गर्व है कि हमने इस परियोजना के लिए डेको ग्रुप के साथ साझेदारी की है। डेको ग्रुप के प्रबंध निदेशक श्री अतुल जैन ने कहा, हमारी ऊर्जा लागत घटी है और हमारा ईएसजी स्कोर बेहतर हुआ है। सोलर, बैटरी एनर्जी स्टोरेज सिस्टम (BESS) और वर्चुअल पावर प्लांट्स (VPPs) जैसे नवाचार ही भविष्य की कुशल मैन्युफैक्चरिंग का रास्ता हैं। वोल्ट एनर्जी ने अपने सशक्त पीपीए मॉडल और बेहतरीन सेवा के जरिए हमारे लिए स्वच्छ ऊर्जा की ओर जाना आसान और प्रभावशाली बना दिया।

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