चंडीगढ़ – आम आदमी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष और राज्यसभा सांसद डॉ. सुशील गुप्ता ने प्रदेश में बढ़ते नशाखोरी के मामलों को लेकर खट्टर सरकार को घेरा। उन्होंने कहा बेरोजगारी में नंबर वन हरियाणा के युवा अपनी जवानी नशे में झोंक रहे हैं। नशे के बढ़ते मामलों से हरियाणा में न केवल युवा जान से हाथ धो रहे हैं, बल्कि परिवार के परिवार भी टूट रहे हैं। 16 से 30 वर्ष के युवा नशों में फंस कर अपना जीवन बरबाद कर रहे हैं।उन्होंने बताया कि हिसार, अंबाला, रोहतक, फरीदाबाद और कुरुक्षेत्र में हेरोइन जैसे महंगे नशे करने वाले युवाओं की संख्या बढ़ गई है। मात्र 9 महीने में नशा तस्करी के 329 केस दर्ज हो चुके हैं। इससे पता चलता है कि कैसे प्रशासन और सरकार की नाक के नीचे युवाओं की रगों में जहर घोला जा रहा है। बेरोजगारी के कारण हताश युवा नशे की तरफ आकर्षित हो रहे हैं। इन जिलों में यूनिवर्सिटी, कॉलेज व शिक्षण संस्थाओं के युवाओं के पास आसानी से नशा उपलब्ध हो रहा है।उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री खट्टर पूरे हरियाणा में नशे की रोकथाम के लिए महज खानापूर्ति कर रहे हैं, जबकि प्रदेश के युवाओं का भविष्य नशे की चपेट में आकर धूमिल हो रहा है। हर दूसरे दिन प्रदेश में नशे के कारण किसी न किसी युवा की जान जा रही है। पंजाब में आम आदमी पार्टी की सख्ती के बाद नशा तस्करों के लिए हरियाणा आरामगाह बन गया है। ऐसे में अगर समय रहते लगाम नहीं लगाई गई और नशे के खिलाफ कार्रवाई न की गई तो हरियाणा के युवाओं का भविष्य नशे के कारण अंधकारमय हो जाएगा।उन्होंने कहा कि जिस प्रकार से हरियाणा में नशे के मामले सामने आ रहे हैं, उससे साबित होता है कि युवा बेरोजगारी के कारण नशा तस्करों के बातों के बहक कर और जल्दी पैसे कमाने के चक्कर में ऐसे कामों की तरफ आकर्षित हो रहे हैं। इसलिए प्रशासन को समय रहते कार्रवाई करते हुए युवाओं को जागरूक करना चाहिए और नशे के दलदल से बचाने ले लिए सामाजिक जिम्मेदारी निभानी चाहिए।