नई दिल्ली।-व्यापारियों के संगठन कंफेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (सीएआईटी) ने मंगलवार को दिल्ली के उपराज्यपाल (एलजी) अनिल बैजल को पत्र लिखकर डीडीएमए द्वारा राजधानी में कार्यालय से कारोबार करने पर रोक लगाए जाने पर पुनर्विचार करने की मांग की और साथ ही इस मुद्दे पर बातचीत के लिए समय देने का अनुरोध किया। बता दें कि दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (डीडीएमए), जिसके अध्यक्ष बैजल हैं, ने मंगलवार को आदेश जारी कर कोविड-19 के बढ़ते मामलों के मद्देनजर छूट वाली श्रेणी के कार्यालयों को छोड़ बाकी सभी निजी कार्यालयों को बंद करने का आदेश जारी किया।
अबतक जो निजी कार्यालय 50 प्रतिशत मानव क्षमता के साथ काम कर रहे थे उन्हें घर से काम करने को कहा गया है। सीएआईटी के राष्ट्रीय महासचिव प्रवीण खंडेलवाल ने एलजी को लिखे पत्र में कहा कि डीडीएमए के निर्देश का दुष्प्रभाव कारोबार पर पड़ेगा क्योंकि दिल्ली में करीब तीन लाख कार्यालय हैं, जो लाखों लोगों को रोजगार देते हैं। खंडेलवाल ने सुझाव दिया, कार्यालयों को बंद करने के बजाय 50 प्रतिशत कर्मियों और सामाजिक दूरी एवं कोविड-19 अनुकूल व्यवहार के साथ उन्हें खुला रखने की अनुमति देना उचित होगा। व्यापारियों के संगठन ने बैजल से फैसले पर पुनर्विचार करने की मांग की। सीएआईटी ने कहा कि केवल उन्ही कार्यालयों के लिए घर से काम करने का आदेश दिया जाना चाहिए जो पूरी तरह से डिजिटल हैं। खंडेलवाल ने कहा कि बड़ी संख्या में कारोबारी हैं जो अपना कारोबार अपने कार्यालयों से करते हैं और वे डिजिटल नहीं हैं। ऐसे में घर से कम करने की नीति कारगर नहीं होगी।