किसी भी देश के विकास में वहां की यूनिवर्सिटी की अहम भूमिका होती है। जो देश अपनी यूनिवर्सिटी को बेहतर बनाते हैं उस देश का विकास शुरू हो जाता है। यह कहना है दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया का। गुरुवार को सिसोदिया ने यह बात इंदिरा गांधी दिल्ली टेक्निकल यूनिवर्सिटी फॉर वुमेन (आईजीडीटीयूडब्ल्यू) के चौथे दीक्षांत समारोह में विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कही।  उन्होंने कहा कि देश के विकास में रिसर्च की अहम भूमिका होती है। यूनिवर्सिटी अपना फोकस रिसर्च पर बढ़ाए. सरकार हर से सहयोग करेगी। उन्होंने विद्यार्थियों का आह्वान करते हुए कहा कि आम आदमी के जीवन को आसान बनाने वाली चीजों पर फोकस करते हुए रिसर्च कीजिए। उपमुख्यमंत्री ने कहा कि ये देखकर अच्छा लग रहा है कि आईजीडीटीयूडब्ल्य की छात्राओं को दुनिया भर की बड़ी कंपनियों में जबरदस्त पैकेज पर प्लेसमेंट मिला है। लेकिन हमें ये ध्यान रखना है कि देश के विकास के लिए जरूरी है कि हम जॉब प्रोवाइडर पैदा करें। उपमुख्यमंत्री ने बताया कि जल्द ही आईजीडीटीयूडब्ल्य का एक नया कैंपस नरेला में 50 एकड़ में बनकर तैयार हो जाएगा। इस कैंपस में 25 हजार छात्राओं को दाखिला मिलेगा सिसोदिया ने कहा कि बतौर शिक्षा मंत्री मेरी इस यूनिवर्सिटी से उम्मीद थी कि वो क्वालिटी और क्वांटिटी दोनों पर खरा उतरे। इस संस्थान ने दोनों ही मुकाम हासिल किया है। हमारा प्रयास है कि दिल्ली के हर बच्चे को अच्छी शिक्षा मिले। इस तरह के टॉप संस्थान में सीटों की संख्या बढ़ाने में सरकार हर कदम पर आपके साथ खड़ी है। हम बजट की कमी नहीं होने देंगे। देश में दिल्ली इकलौता ऐसा राज्य है जहां केजरीवाल सरकार अपने बजट का 25 फीसदी खर्च शिक्षा क्षेत्र पर करती है। उन्होंने कहा कि आईजीडीटीयूडब्ल्यू ने देश और दिल्ली के विकास में और सामाजिक बदलाव में अहम भूमिका निभाई है। सरकार और सोसाइटी के साथ पार्टनरशिप कर यूनिवर्सिटी क्वालिटी पर फोकस करे। रिसर्च पर फोकस करे। उपमुख्यमंत्री ने कहा कि आज दुनिया भर में अलग अलग चीजों को लेकर रिसर्च हो रहे हैं। जरूरत इस बात की है कि देश में रिसर्च को बढ़ावा दिया जाए। बता दें कि इस दीक्षांत समारोह में लगभग 368 स्नातक, 131 स्नातकोत्तर, और 13 डॉक्टरेट को उनकी डिग्री से सम्मानित किया गया। दीक्षांत समारोह में शैक्षणिक वर्ष 2020-2021 के स्नातक उपस्थित थे। इस अवसर पर विभिन्न पाठ्यक्रमों के सभी टॉपर्स को दो चांसलर गोल्ड मेडल, चौदह वाइस चांसलर गोल्ड मेडल और सालों भर अनुकरणीय प्रदर्शन करने वाले चौदह छात्रों को  सिल्वर प्लाक दिया गया। जिन छात्रों को डिग्री प्रदान की गई, वे पहले से ही देश भर के विभिन्न कॉर्पोरेट और सामाजिक क्षेत्र के संगठनों के साथ काम कर रहे हैं, जिन्होंने अपना कोर्स पूरा कर लिया है।