तिहाड़ जेल नंबर चार में पीपुल्स फाउंडेशन और अखिल भारतीय आयुर्वेद संस्थान (एआईआईए) दिल्ली के संयुक्त तत्वाधान में बंदियों के लिए आयुर्वेदिक हेल्थ कैंप और निशुल्क दवा वितरण का आयोजन किया गया। आयुर्वेद को जन-जन तक ले जाने के अपने लक्ष्य की दिशा में एक और कदम बढ़ाते हुए गैर सरकारी संगठन पीपुल्स फाउंडेशन ने तिहाड़ जेल में जेल प्रशासन के सहयोग से एक दिवसीय आयुर्वेदिक चिकित्सा शिविर का आयोजन किया। इस आयुर्वेदिक चिकित्सा शिविर में तिहाड़ जेल के बंदियों का एआईआईए के वरिष्ठ डॉक्टरों की टीम ने स्वास्थ्य परीक्षण किया और निशुल्क दवाई प्रदान की। इस शिविर का आयोजन कैदियों व सुरक्षाकर्मियों में हाइपरटेंशन ब्लड प्रेशर डायबिटीज एवं अन्य सामान्य बहुतायत में पाए जाने वाली रोगों का परीक्षण कर दवाएं और काउंसलिंग के माध्यम से उनका इलाज करना था। कैंप में करीब 190 बंदियों एवं सुरक्षाकर्मियों के स्वास्थ्य परीक्षण किया गया।शिविर का उद्घाटन जेल के ग्रीन परिसर में एआईआईए के वरिष्ठ डॉक्टरों, डिप्टी जेल अधीक्षक प्रवीण आर्या और पीपल्स फाउंडेशन के अध्यक्ष वी एन झा द्वारा किया गया। इस अवसर पर प्रवीण आर्या ने कहा कि यह एक छोटा परन्तु महत्वपूर्ण ऐतिहासिक कदम है जो तिहाड़ जेल के लिए दूरगामी साबित होगा। उन्होंने पीपल्स फाउंडेशन और एआईआईए को इस सामाजिक और मानव प्रयास के लिए धन्यवाद भी दिया। वहीं, एआईआईए के डीन प्रोफेसर महेश व्यास ने तिहाड़ जेल प्रशासन और पीपुल्स फाउंडेशन को इस शिविर के आयोजन में सहयोग देने के लिए धन्यवाद दिया और आयुर्वेद के सिद्धांतों की भी चर्चा की व इन सिद्धांतों के पालन से होने वाले लाभ पर भी प्रकाश डाला। जबकि, प्रोफेसर डॉक्टर पी के प्रजापति ने इस अवसर पर पीपल्स फाउंडेशन और तिहाड़ जेल प्रशासन को धन्यवाद देते हुए कहा कि आयुर्वेद हमारी प्राचीन परंपरा है जो हमारे परिवेश और घरों से जुड़ा है। उन्होंने बंदी भाइयों से अनुरोध किया कि वे शांत और अनुशासित रहें क्योंकि अपने मन और मस्तिष्क पर ध्यान दे कर वो अधिक स्वस्थ रह सकते हैं। पीपल्स फाउंडेशन के प्रेसिडेंट वी एन झा ने इस अयोजन के लिए तिहाड़ जेल और एआईआईए का धन्यवाद देते हुए कहा कि हमारा संगठन आयुर्वेद को जन-जन तक पहुंचा कर स्वथ्य एवम प्रसन्न मानव जीवन का संदेश देने के लिए कृत संकल्प है ताकि समाज का अंतिम व्यक्ति चाहे वो कैदी ही क्यों न हो, एक उपयोगी और स्वस्थ जीवन जी सके। उन्होंने कहा कि पीपल्स फाउंडेशन बंदियों की बेहतरी और स्वस्थ जीवन के लिए भविष्य में भी ऐसे कार्यक्रम आयोजित करता रहेगा। इस एक दिवसीय चिकित्सा शिविर में बंदियों की भारी मौजूदगी दर्ज की गई और उनमें उत्साह भी देखा गया। उधर, एआईआईए के डॉक्टरों और विशेषज्ञों की छ: टीमों ने आयुर्वेद के मौलिक सिद्धांतों के अनुरूप हर एक रोगी का यूनिक परीक्षण और काउंसिल किया और साथ में एक महीने की दवा भी प्रदान की। जेल प्रशासन ने एआईआईए और पीपल्स फाउंडेशन की टीम को तिहाड़ स्कूल ऑफ आट्र्स में बंदियों द्वारा बनाए गए पेटिंग्स और वास्तु कला से भी परिचय कराया। इस अवसर पर जेल नंबर चार के जेल अधीक्षक राजकुमार ने एआईआईए के वरिष्ठ डाक्टरों प्रोफेसर महेश व्यास, प्रोफेसर पी के प्रजापति, डॉक्टर राजगोपाला, डॉक्टर भार्गव और पीपल्स फाउंडेशन के प्रेसिडेंट वी एन झा और महासचिव राजीव कुमार के साथ मिलकर जेल के ग्रीन प्रांगण में गिलोय के आठ पौधों का रोपण किया। हेल्थ कैंप के समापन के अवसर पर जेल अधीक्षक राजकुमार ने अपने धन्यवाद ज्ञापन के दौरान एआईआईए के डॉक्टरों की टीम और पीपल्स फाउंडेशन के टीम की इस आयोजन के लिए प्रशंसा की और सभी टीम के सदस्यों को तिहाड़ जेल का स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित भी किया। समारोह का सफल और रोचक संचालन पीपल्स फाउंडेशन के महा सचिव राजीव कुमार द्वारा संपन्न हुआ।