नई दिल्ली नगरपालिका परिषद के उपाध्यक्ष और अन्य सदस्यों ने नई दिल्ली को भारत की एक स्मार्ट और स्वच्छ राजधानी बनाने के लिए नागरिकों और कर्मचारियों के लिए प्रस्ताव रखें। हनुमान मंदिर में हनुमान वाटिका का पुनर्विकास और रखरखावकनॉट प्लेस कॉरिडोर, प्रमुख बाजारों और व्यापार केंद्र क्षेत्रों की मशीनीकृत सफाई, नवयुग स्कूलों की प्रतिष्ठा को फिर से हासिल करना,स्कूलों के बुनियादी ढांचे में सुधार के लिए अलग इंजीनियरिंग सेल का गठन, मौजूदा शिक्षकों का नई शिक्षा नीति के अनुरूप कौशल विकास,खेल गतिविधियों के विकास पर नई पहल और विचारों के लिए समिति का गठनए सुब्रह्मण्यम भारती और बाबा खडक़ सिंह के स्मारकों का सौंदर्यीकरण, सार्वजनिक शौचालयों की सफाई और उनका उन्नायनिकरण, कोरोना से मृत कर्मचारी के परिवारों के लिए 15 लाख के मामले को तीव्र गति दिलाना, वाल्मीकि बस्ती को अति आधुनिक सुविधाओं के साथ उन्नत कराना, पालिका बाजार और मोहन सिंह पैलेस परियोजना को प्राथमिकता, कर्मचारी संघों मार्केट ट्रेडर्स एसोसिएशन और रेजिडेंट वेलफेयर एसोसिएशन की शिकायतों का जल्द निवारण जैसे मुद्दे आने वाले महीनों के लिए मुख्य एजेंडा है। नई दिल्ली नगरपालिका परिषद के उपाध्यक्ष सतीश उपाध्याय ने पालिका परिषद् के अन्य सदस्य कुलजीत सिंह चहल और गिरीश सचदेवा के साथ बुधवार को कार्यकर्मों की घोषणा की। उपाध्याय प्रस्तावों के बारे में विस्तार से बात करते हुए कहा है कि हनुमान वाटिका का पुनर्विकास और रखरखाव एक महत्वपूर्ण कार्यक्रम है। इस जगह को नई दिल्ली का प्रमुख धार्मिक स्थान बनाने के लिए इसका धार्मिक गरिमा के अनुरूप सौन्दर्यकरण और विकास कराना एक प्रमुख मुद्दा है। कनॉट प्लेस और अन्य प्रमुख बाजारों में प्रदूषण को कम करने के लिए हवा में धूल और गंदगी के बिना सफाई व्यवस्था के लिए मशीनीकृत स्वीपिंग आज के समय की आवश्यकता है और साथ ही नई दिल्ली क्षेत्र के इस प्रमुख व्यापार केंद्र में आने वाले लोगो की सुविधा के लिए यह एक महत्वपूर्ण प्रस्ताव है।