कोलकाता- बंगाल के शीर्ष संगीतकारों ने सुर साम्राज्ञी लता मंगेशकर का निधन हो जाने पर रविवार को उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की।जाने माने संगीतकार सलील चौधरी की बेटी अंतरा चौधरी ने कहा, मेरे पिता अक्सर कहा करते थे कि मां सरस्वती लता जी की आवाज के जरिए वास करती हैं। सलील चौधरी ने लता के साथ 35 बंगाली गीतों के लिए धुन तैयार किए थे। यहां के संगीतकारों ने बताया कि लता बंगाली समझ लेती थीं क्योंकि बंगाली संगीत निर्देशकों एव गायकों में उनके कई मित्र थे। प्रख्यात शास्त्रीय संगीत गायक पंडित अजय चक्रवर्ती ने कहा कि वह मंगेशकर से कई साल छोटे थे फिर भी वह उन्हें दादा (बड़ा भाई) कह कर संबोधित करती थीं। चक्रवर्ती ने कहा, उन्होंने एक बार मुझसे कहा था कि, हम (लता) एक मामूली कलाकार हैं। लोकप्रिय गायिका हैमंती शुक्ला ने कहा कि लता मंगेशकर अपने साथ मधु और गुनगुना पानी का मिश्रण एक बोतल में रखा करती थीं और अपने गला का नियमित रूप से ख्याल रखती थीं। गायक बाबुल सुप्रियो ने कहा कि उनके जीवन का एक खास पल वह था जब मंगेशकर ने उनसे किशोर कुमार का गाया एक गीत बगैर किसी वाद्य यंत्र के साथ गाने को कहा था और उनके गायन से वह खुश हो गई थीं।