बिहार में एक ओर जहां राज्य सरकार ने जातीय गणना के साथ आर्थिक रिपोर्ट जारी कर यह बता रही है कि कैसे इसके आधार पर लोगों को जाति के आधार पर हिस्सेदारी दी जाए तो वहीं अब इसी को लेकर खुद अपनी पार्टी के नेता ही नीतीश कुमार को घेरते नजर आ रहे हैं. बिहार के सीतामढ़ी में जदयू के राष्ट्रीय महासचिव गुलाम रसूल बलियावी ने बिहार के सीएम नीतीश कुमार के साथ ही राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव पर भी निशाना साधा है. सीतामढ़ी में एक रैली को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि बिहार में सर्वे के बाद कहा गया कि जिसकी जितनी आबादी, उसकी उतनी हिस्सेदारी. इस आधार पर जब 12 फीसदी वाले को उपमुख्यमंत्री बना दिया गया तो 18 प्रतिशत वाले को डिप्टी सीएम क्यों नहीं बनाया गया. इसके आगे उन्होंने कहा कि हमें भी अब आबादी के हिसाब से हिस्सेदारी चाहिए बलियावी यही नहीं रुके, उन्होंने कहा कि तीन राज्यों के जो विधानसभा चुनाव के नतीजे सामने आए हैं, इससे समझ आ चुका है कि कैसे खुद को सेकुलर कहलाने वाली पार्टियों के पास अपने जाति तक के वोट नहीं मिले और इधर सेकुलर कहलाने वाले लोग हमारे वोट की वजह से नेता बन गए हैं. बिहार की जातीय गणना को आधार बनाते हुए बलियावी ने कहा कि अगर राज्य में जिसकी जितनी आबादी, उसकी उतनी हिस्सेदारी की बात हो रही है तो राज्य में हमारी 18 फीसदी हिस्सेदारी है. वहीं, जब 3 प्रतिशत वाला हुकूमत बना सकता है और 6 प्रतिशत वाले के पास 4-4 मंत्रालय हो सकते हैं, 12-13 प्रतिशत वाला डिप्टी सीएम बना सकता है और 9 मंत्रालय ले सकता है तो 18 फीसदी वाले भी अपनी हिस्सेदारी हर जगह, हर क्षेत्र में लेंगे.आपको बता दें कि बिहार की कुल आबादी करीब 13 करोड़ है. जिसमें 27.12 प्रतिशत अति पिछड़ा वर्ग, 36.01 प्रतिशत अत्यंत पिछड़ा वर्ग, 19.65 प्रतिशत अनुसूचित जाती और 1.68 प्रतिशत अनुसूचित जनजाति और सर्वण करीब 15.52 प्रतिशत हैं.वहीं धर्म के हिसाब से आबादी की बात करें तो हिंदू करीब 81.99 प्रतिशत, मुस्लिम 17.70 प्रतिशत, ईसाई .05 प्रतिशत, सिख .01 प्रतिशत और बोद्ध .08 प्रतिशत हैं.जातीय आधारित आबादी की बात करें तो ब्राह्मण 3.67 प्रतिशत, राजपूत 3.45 प्रतिशत, भूमिहार 2.89 प्रतिशत, यादव 14.26 प्रतिशत, कुशवाहा 4.27 प्रतिशत, बनिया 2.31 प्रतिशत, कुरमी 2.87 प्रतिशत, मल्लाह 2.60 प्रतिशत, मुसहर 3.08 प्रतिशत लोग हैं.