प्रदूषण का खतरा पूरी दुनिया में बढ़ रहा है। इस पर देश-दुनिया में विचार-विमर्श हो रहे हैं। ऐसे में यह विचार करना भी जरूरी हे जाता है कि क्या भयानक प्रदूषण में भी खुली हवा में वर्कआउट करना या सुबह की सैर करना सुरक्षित है। इसमें कोई संदेह नहीं है कि स्वस्थ रहने के एक्टिव लाइफस्टाइल चाहिए। परंतु आज वर्कआउट प्लान करते हुए वायु प्रदूषण को भी ध्यान में रखना होगा। प्रदूषण के इस सीजन में व्यायाम करने के बारे में नीछे कुछ सुझाव दिए गए हैं।क्या करना है -घर के अंदर ही व्यायाम करें – बहुत अधिक प्रदूषण हो तो आपको घर के अंदर ही व्यायाम करना चाहिए। घर के अंदर व्यायाम करने के लिए हवा शुद्ध करने के उपकरण लगे होने से जानलेवा प्रदूषण का असर कम होता है। इस तरह आप स्वास्थ्य को खतरे में डाले बिना सुरक्षित व्यायाम कर सकते हैं। व्यायाम के इक्वीपमेंट का लाभ लें – घर के अंदर व्यायाम करने के लिए आप स्टेशनरी साइकिल, रेसिस्टेंस बैंड और वेट जैसे तमाम इक्वीपमेंट का लाभ ले सकते हैं। ये गैजेट ना केवल व्यायाम में पूर्ण संतुष्टि देते हैं बल्कि बाहरी प्रदूषण की चपेट में आने से बचाते हैं।जिम जाने का विचार कर सकते हैं – यदि आपको जिम का माहौल पसंद है तो आसपास किसी फिटनेस सेंटर में जाएं। जिम में आमतौर पर पर्याप्त वेंटिलेशन और हवा साफ करने के उपकरण लगे होते हैं यानी आपको व्यायाम के लिए स्वच्छ वातावरण मिलेगा। भारी प्रदूषण के दिनों में आउटडोर वर्कआउट करने से बेहतर जिम जाना है। जानकारी रखें – हवा की गुणवत्ता के सूचकों पर ध्यान दें। प्रदूषण का स्तर जब आसमान छूने लगे तो आउटडोर वर्कआउट पूरी तरह रोक देने में ही भलाई है। व्यायाम की दिनचर्या में कुछ बदलाव के लिए तैयार रहें और हवा की गुणवत्ता देखते हुए व्यायाम करें।क्या नहीं करें बाहर जा कर खुली हवा में व्यायाम – जब बहुत अधिक प्रदूषण हो तो बाहर जा कर व्यायाम करने की सलाह नहीं दी जाती है। दूषित हवा में सांस लेने और ऑक्सीजन कम मिलने से स्वास्थ्य समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं। यदि पहले से कोई बीमारी हो यह अधिक खतरनाक हो सकती है। इसलिए बाहर जा कर व्यायाम करने से बचना चाहिए।प्रदूषित हवा में सांस लेना – प्रदूषित हवा में सांस लेने से दिल और सांस की बीमारियां हो सकती हैं। अत्यधिक प्रदूषित हवा में वर्कआउट करने से ऐसी अन्य बीमारियों का भी खतरा बढ़ जाता है। इसलिए यह जरूरी है कि व्यायाम करने के लिए बाहर कदम रखने से पहले अपने स्वास्थ्य और अपने हित का ध्यान रखें। हवा की गुणवत्ता पर ध्यान नहीं देना – हवा की गुणवत्ता पर ध्यान देना जरूरी है। इसके लिए जहां रहते हैं उस स्थान के बारे में मौसम के पूर्वानुमान देखें और अत्यधिक प्रदूषण के दौरान घर के अंदर ही रहें। अपनी सेहत का ध्यान रखें और यह ध्यान रखें कि सबसे पहले सुरक्षा है।इनडोर वर्कआउट को कम आंकना – घर के अंदर व्यायाम भी बाहर के वर्कआउट के बराबर लाभदायक है। इसलिए आप जिम जाएं या घर पर ही कई योग, एचआईआईटी और बॉडीवेट वर्कआउट कर सकते हैं। सेहत के लिए खतरनाक माहौल में वर्कआउट कर अपने स्वास्थ्य को खतरे में डालना कोई बुद्धिमानी नहीं है।अत्यधिक प्रदूषण के दौरान बाहर खुली हवा में व्यायाम करना आपके स्वास्थ्य के लिए उतना फायदेमंद नहीं है जितना होना चाहिए। इसलिए घर के अंदर वर्कआउट करें; इसमें इक्वीपमेंट की मदद लें और हवा की गुणवत्ता पर नजर रखें। हमेशा ध्यान रखें कि हेल्दी वर्कआउट वही है जो स्वस्थ एवं तंदुरुस्त रखे और आपकी सुरक्षा बढ़ाए। इस तरह अत्यधिक प्रदूषित हवा में व्यायाम करने के बजाय समझदारी यह है कि घर में ही व्यायाम करें और स्वच्छ हवा में सांस लें।