जयपुर-राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कांग्रेस के मीडिया विभाग के प्रमुख पवन खेड़ा को दिल्ली में विमान से नीचे उतारने और गिरफ्तार किए जाने की निंदा की और इसे भारतीय जनता पार्टी की बौखलाहट करार दिया। गहलोत ने बृहस्पतिवार को ट्वीट किया, दिल्ली से रायपुर, कांग्रेस अधिवेशन में भाग लेने जाते हुए कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पवन खेड़ा को असम पुलिस ने फ्लाइट से उतार दिया। ऐसी कौन सी इमरजेंसी थी कि असम पुलिस ने दिल्ली आकर ए कृत्य किया कांग्रेस नेता ने आगे लिखा है, पहले रायपुर में प्रवर्तन निदेशालय के छापे एवं अब ऐसा कृत्य भाजपा की बौखलाहट दिखाता है। यह निंदनीय है। उल्लेखनीय है कि कांग्रेस नेता खेड़ा को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ उनकी कथित टिप्पणी के संबंध में दिल्ली-रायपुर की उड़ान से उतारे जाने के बाद असम पुलिस ने बृहस्पतिवार को राष्ट्रीय राजधानी में हवाई अड्डे पर गिरफ्तार कर लिया। उधर, उच्चतम न्यायालय ने पवन खेड़ा की याचिका पर सुनवाई के बाद उन्हें अंतरिम जमानत प्रदान करते हुए 28 फरवरी तक गिरफ्तारी से संरक्षण प्रदान किया। कांग्रेस के अन्य नेताओं ने भी इस प्रकरण को लेकर केंद्र में सत्तारूढ़ भाजपा पर निशाना साधा। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने ट्वीट किया, निरंकुश मोदी सरकार द्वारा पवन खेड़ा को गिरफ्तार कर कांग्रेस अधिवेशन में जाने से रोकना तानाशाही की पराकाष्ठा है। वहीं पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट ने घटना की निंदा करते हुए ट्वीट किया, कांग्रेस नेता पवन खेड़ा को जिस प्रकार फ्लाइट से उतार कर गिरफ्तार किया गया वह निंदनीय है। पहले छत्तीसगढ़ में ईडी की कार्यवाही तथा अब ऐसा अलोकतांत्रिक कृत्य। लोकतंत्र का गला घोटने वाली केंद्र सरकार को देश देख रहा है।