नई दिल्ली – साइकल प्योर अगरबत्ती, अगरबत्ती बनाने वाली भारत की प्रमुख कंपनी और अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट समुदाय की एक प्रतिष्ठित सदस्य, कैरिबियन में भारत और वेस्ट इंडीज के बीच होने वाली दो टेस्ट सीरीज का टाइटल स्पॉन्सर है। फ्रैंक वॉरेल ट्रॉफी के लिये पारंपरिक रूप से दो देशों के बीच मुकाबला होता है और 2023 की सीरीज का नाम होगा ‘साइकल प्योर अगरबत्ती टेस्ट सीरीज’। इस सीरीज का ऐतिहासिक महत्व है, क्योंकि दूसरा टेस्ट मैच दोनों देशों के बीच 100वां मुकाबला होगा- इन दोनों देशों के बीच पहला मुकाबला 1948 में दिल्ली में खेला गया था। यह महत्वपूर्ण मैच 20 से 24 जुलाई को त्रिनिदाद के मशहूर क्वीन्स पार्क ओवल में खेला जाएगा। क्रिकेट को भारत में धर्म का दर्जा मिला हुआ है और यह खेल जीवन के सभी क्षेत्रों से आने वाले लोगों को एक जुनून और सरोकार के लिये जोड़ने के लिये सीमाओं, संस्कृतियों और भाषाओं के पार जाने की असाधारण क्षमता रखता है।क्रिकेट को भारत में धर्म का दर्जा मिला हुआ है। साइकल प्योर अगरबत्ती क्रिकेट की लोगों को जोड़ने वाली इस ताकत को बखूबी समझती है। इस स्पॉन्सरशिप के जरिये ब्राण्ड न सिर्फ खेल को समर्थन देना चाहता है, बल्कि साइकल प्योर अगरबत्ती का मानना है कि क्रिकेट जैसे खेल लोगों, समुदायों और देशों को प्रेरित करने और उत्साह बढ़ाने की क्षमता रखते हैं।इस सीरीज में तीन वन-डे इंटरनेशनल्स और पाँच 20-20 मैचेस भी होंगे। इस टूर की शुरूआत 12 जुलाई को डोमिनिका के विंडसर पार्क में एक टेस्ट मैच से हो कर 16 जुलाई को खत्म होगा। इस भागीदारी की घोषणा करते हुए, साइकल प्योर अगरबत्ती के प्रबंध निदेशक अर्जुन रंगा ने कहा, साइकल प्योर में हमारे प्रमुख उद्देश्यों में से एक है।जो सीमाओं के पार जाकर उन्हें एकजुट करती है। हमें भारत बनाम वेस्ट इंडीज 2023 टूर के लिये अपनी टाइटल स्पॉन्सरशिप की घोषणा करते हुए बेहद खुशी हो रही है। यह भागीदारी हमें एकता, प्रार्थना और आशा के मूल्यों को न सिर्फ अंतर्राष्ट्रीय मंच पर भारत का प्रतिनिधित्व करने वाली भारतीय क्रिकेट टीम के लिये, बल्कि देश के हर व्यक्ति के लिये प्रचारित करने का अनोखा मौका देती है। मैं दोनों देशों के बीच 100वां ऐतिहासिक मैच देखने के लिये बेसब्री से प्रतीक्षा कर रहा हूँ। साइकल प्योर अगरबत्ती ने भारत में खेलों के विकास के अलावा, ब्राण्ड ने राज्य और देश के स्तर पर क्रिकेट और सर्फिंग जैसे विभिन्न खेलों और क्षेत्रों में युवा प्रतिभा की पहचान करने और बढ़ावा देने के लिये पहल की है।