नई दिल्ली- अगला मुख्यमंत्री कौन? 23 नवंबर को प्रदेश के विधानसभा चुनाव के नतीजों के बाद से ही यह लगातार यह सवाल उठ रहा है. इस रेस में अब तक बीजेपी नेता देवेंद्र फडणीस और शिवसेना नेता एकनाथ शिंदे का नाम सबसे आगे चल रहा था. इस बीच बुधवार को महायुति की जीत के बाद पहली बार एकनाथ शिंदे ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की. इस दौरान जनता को धन्यवाद देते हुए उन्होंने साफ कह दिया कि उन्हें सीएम पद की लालसा नहीं है और भाजपा जो भी फैसला करेगी, उन्हें मंजूर है. शिंदे ने यह भी कहा कि उन्हें पीएम मोदी और अमित शाह का काफी समर्थन मिला है. उन्हें बीजेपी आलाकमान का फैसला मंजूर है.इसके बाद से सियासी गलियारों में यह चर्चाएं तेज हो चुकी है कि देवेंद्र फडणवीस ही महाराष्ट्र के नए मुख्यमंत्री बनने वाले हैं. हालांकि इन सबके बीच एक बीजेपी के एक पैटर्न की भी चर्चा हो रही है और वह है सरप्राइज पैटर्न की. बीजेपी पिछले कुछ विधानसभा चुनावों में ऐसे ही सरप्राइज चेहरे की घोषणा कर रही है और उन्हें सीएम पद की बड़ी जिम्मेदारी सौंप रही है. हाल के हरियाणा, मध्य प्रदेश, राजस्थान, ओडिशा और छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव की बात करें तो बीजेपी ने आगे चल रहे नामों की जगह प्रदेश में एक नए चेहरे को सीएम पद की जिम्मेदारी सौंपी.हाल ही में 2024 ओडिशा विधानसभा चुनाव की बात करें तो नवीन पटनायक को कुर्सी से हटाकर भाजपा ने प्रदेश में अपनी सरकार बनाई. ओडिशा में भारी बहुमत से जीत दर्ज करने के बाद सबसे बड़ा सवाल यह आया कि अब प्रदेश के नए सीएम कौन बनेंगे? इन नामों में धर्मेंद्र प्रधान और मनमोहन सांबल का नाम आगे चल रहा था, लेकिन सरप्राइज देते हुए बीजेपी ने मोहन माझी के हाथों में प्रदेश की जिम्मेदारी सौंपी. बीजेपी को सीएम चेहरा चुनने में 8 दिन का समय लग गया.मध्य प्रदेश 2023 की बात करें तो बीजेपी ने शिवराज सिंह चौहान के चेहरे पर ही चुनाव लड़ा था. बीजेपी ने एमपी में बड़ी जीत भी हासिल की. सबको लगा कि शिवराज सिंह चौहान ही प्रदेश के अगले सीएम बनेंगे, लेकिन सरप्राइज देते हुए पार्टी ने डॉ. मोहन यादव को प्रदेश की बागडोर सौंप दी. इस वक्त भी पार्टी को 8 दिन का समय लगा था.राजस्थान 2023 विधानसभा चुनाव में जीत दर्ज कर भजनलाल शर्मा को सीएम बनाया जाना, बहुत बड़ा सरप्राइज साबित हुआ. गद्दावर नेता और प्रदेश की कई बार मुख्यमंत्री रह चुकी वसुंधरा राजे और दिग्गज नेता किरोड़ी लाल मीणा के होते हुए भजनलाल शर्मा पर पार्टी ने भरोसा दिखाया.